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राजस्थान डिजीफेस्ट और टाई ग्लोबल हैकाथॉन ने घोषित किए विजेता, देशभर से नवाचार और युवाशक्ति का ऐतिहासिक संगम*
By Lokjeewan Daily - 16-12-2025

राजस्थान डिजीफेस्ट और टाई ग्लोबल हैकाथॉन ने घोषित किए विजेता, देशभर से नवाचार और युवाशक्ति का ऐतिहासिक संगम*

*जयपुर, दिसंबर 2025* : राजस्थान ने एक बार फिर राष्ट्रीय नवाचार मानचित्र पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराते हुए राजस्थान डिजीफेस्ट और टाई ग्लोबल हैकाथॉन को लॉन्च किया। यह हैकाथॉन विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी (वीजीयू), जयपुर में राजस्थान डिजीफेस्ट 2025 तथा 10वें टाई ग्लोबल समिट के अंतर्गत आयोजित किया गया।
*यह पहल राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व में संचालित की जा रही है,* जो नवाचार, उद्यमिता और भविष्य के लिए तैयार स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के प्रति राज्य की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इसी प्रयास के तहत, राजस्थान डिजीफेस्ट और टाई ग्लोबल हैकाथॉन के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार राशि, टाई ग्लोबल समिट 2026 में समर्पित बूथ स्थान, प्रमुख निवेशकों से संभावित निवेश तक पहुँच और उनके समाधानों को और आगे बढ़ाने में सहायता के लिए अनुदान-आधारित समर्थन सहित एक व्यापक विकास अवसर पैकेज के माध्यम से सहायता प्रदान की जाएगी।
इस राष्ट्रीय स्तर की नवाचार प्रतियोगिता में देश के 12 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 54 शहरों से आए 700 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जो इसे राजस्थान में आयोजित सबसे व्यापक और विविधतापूर्ण हैकाथॉन्स में से एक बनाता है, जिसमें टियर-2 और टियर-3 शहरों का मजबूत प्रतिनिधित्व शामिल रहा।

*भागीदारी के प्रमुख आँकड़ें*  
● 700 से अधिक प्रतिभागी
● 250 से अधिक टीमों की भागीदारी
● 150 से अधिक महिला प्रतिभागी
● 550 से अधिक पुरुष प्रतिभागी
● 54 शहरों से प्रतिनिधित्व
● 12 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश
इस हैकाथॉन का उद्देश्य सरकार के विभिन्न विभागों के साथ मिलकर तय किए गए सात अहम् विषयों से जुड़ी चुनौतियों का समाधान खोजना था। ये विषय डिजिटल कृषि और किसान सहायता प्रणाली, स्मार्ट हेल्थ रिकॉर्ड और आपातकालीन सेवाएँ, स्मार्ट सड़क अवसंरचना, स्मार्ट निगरानी और सार्वजनिक सुरक्षा, पर्यटन से जुड़ा डेटा और भीड़ विश्लेषण, नागरिक शिकायत समाधान प्रणाली, और जल प्रबंधन व स्मार्ट यूटिलिटीज़ थे। प्रतिभागियों ने एआई, डेटा एनालिटिक्स, आईओटी और डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसी तकनीकों का उपयोग कर ऐसे समाधान तैयार किए, जो बड़े स्तर पर लागू किए जा सकें और राष्ट्रीय व राज्य प्राथमिकताओं के अनुरूप हों।
*सरकार, उद्योग, शिक्षा जगत और टाई इकोसिस्टम से जुड़े विशेषज्ञों की जूरी द्वारा कड़ी समीक्षा के बाद विजेता और उपविजेता टीमों की घोषणा की गई:*

*डिजिटल कृषि एवं किसान सहायता पारिस्थितिकी तंत्र*
*विजेता:* अर्बनफिक्स - टीम लीड: राजवीर सिंह (सेलेबल टेक्नोलॉजी)
*उपविजेता* : ल्यूमिन - टीम लीड: रविना एस. (चेन्नई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी)

*स्मार्ट स्वास्थ्य रिकॉर्ड एवं आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रबंधन*
*विजेता:* रोड आरईएसक्यू - टीम लीड: आरियन हरवानी (जोधपुर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी)
*उपविजेता:* एमएल क्रिएटर्स - टीम लीड: अमन शर्मा (आर्य कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड आईटी)

*स्मार्ट निगरानी एवं सार्वजनिक सुरक्षा सुदृढ़ीकरण*
*विजेता:* डेज़र्ट इनोवेटर्स - टीम लीड: विशेष जैन (टेक्नो इंडिया एनजेआर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी)
*उपविजेता:* कैलरेक्स टेक - टीम लीड: श्रीकृष्ण (कैलरेक्स टेक्नोलॉजीज़ प्रा. लि.)

*जल शासन, शहरी अवसंरचना एवं स्मार्ट यूटिलिटीज*
*विजेता:* स्पैम्बॉट्स - टीम लीड: तुषार चंद्र (आईआईटी दिल्ली)
*उपविजेता:* टीम रॉकेट - टीम लीड: मदन गुप्ता (पूर्णिमा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग)

*पर्यटन इंटेलिजेंस एवं फुटफॉल विश्लेषण प्रणाली*
*विजेता:* एक्सेलर - टीम लीड: कार्तिक रावत (विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर)
*उपविजेता* : स्मार्ट मैट्रिक्स - टीम लीड: सक्षम राज (विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर)

*एकीकृत नागरिक समस्या पहचान एवं शिकायत निवारण प्लेटफॉर्म*
*विजेता:* कोड कैटालिस्ट - टीम लीड: अग्रज सिंह (कलिंगा यूनिवर्सिटी, रायपुर)
*उपविजेता* : रिट्रीवर्स - टीम लीड: अक्षत जैन (आर्य कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड आईटी)

*स्मार्ट सड़क अवसंरचना निगरानी एवं रखरखाव प्रणाली*
*विजेता:* रुद्र एक्स - टीम लीड: अभिषेक वर्मा (विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर)
*उपविजेता:* सेफस्फियर - टीम लीड: उत्तम कुमार गुप्ता (विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर)

*हैकाथॉन को रेस्किल का सहयोग प्राप्त था। विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी* (वीजीयू) इस कार्यक्रम की वैन्यू पार्टनर रही, और इसे सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग (डूइट एंड सी), राजस्थान सरकार का सशक्त समर्थन मिला।

टाई और राजस्थान डिजीफेस्ट इकोसिस्टम से मिले विशेषज्ञ मार्गदर्शन और जूरी सहभागिता के माध्यम से प्रतिभागियों को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी और व्यावहारिक समाधान विकसित करने का अवसर मिला। इस पहल ने युवाओं के नेतृत्व में नवाचार और डिजिटल परिवर्तन के राष्ट्रीय केंद्र के रूप में राजस्थान की सोच को और मजबूती दी।

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