It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.
Please update to continue or install another browser.
Update Google Chromeब्रेकिंग न्यूज़
जयपुर। जयपुर में बीते रात से हो रही भारी बारिश ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जयपुर मौसम केन्द्र ने 156 एमएम बारिश दर्ज की, जो अगस्त महीने में पिछले 12 सालों में सबसे अधिक है।
इस भारी बारिश ने जयपुर की सड़कों को नदियों में बदल दिया। पानी का बहाव इतना तेज था कि एक कार बह गई और कई बसें डूब गईं। सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हो गए और लोग बहने लगे, जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।
बारिश का पानी घरों में भी घुस गया, जिससे कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई। द्रव्यवती नदी ओवरफ्लो होकर बहने लगी, जिससे महारानी फार्म क्षेत्र में स्थिति और गंभीर हो गई।
गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर दो फीट तक पानी भर गया। कई स्कूलों ने भारी बारिश के कारण छुट्टी घोषित कर दी और बच्चों को घर पर रहने का विकल्प दिया।
कानोता बांध, शील की डूंगरी बांध, और चंदलाई बांध में जलस्तर बढ़ गया है। बीसलपुर बांध का गेज भी बढ़ गया है, जो जयपुर और अजमेर को पानी की सप्लाई करता है।
जयपुर के कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और सिविल डिफेंस, नगर निगम को जलनिकासी के काम को तेज करने के निर्देश दिए।
कई लोग पानी और मिट्टी में फंस गए, जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बगरू थाना इलाके में एक 12 साल का बच्चा पानी में बह गया।
द्रव्यवती नदी के उफान के कारण वाहनों की आवाजाही को रोककर उसे अन्य मार्गों पर डायवर्ट किया गया। गोपालपुरा बाइपास पर घुटनों से ऊपर तक पानी भर गया।
प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है और बारिश के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की हिदायत दी है।
जयपुर में इस भयानक बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। प्रशासन की पूरी कोशिश है कि स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य किया जाए और लोगों को राहत पहुंचाई जाए।