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जेके टायर फैक्ट्री में मजदूर यूनियनों के बीच टकराव, मान्यता को लेकर खींचतान
By Lokjeewan Daily - 04-07-2024

राजसमंद। कांकरोली स्थित जेके टायर फैक्ट्री में मजदूर यूनियनों के बीच मान्यता को लेकर विवाद बढ़ गया है। भारतीय मजदूर संघ (भामासं) और इंटक के बीच टकराव की स्थिति है। दोनों पक्ष अपने-अपने संगठन में मजदूरों के बहुमत होने का दावा कर रहे हैं और फैक्ट्री में मान्यता चाहते हैं। गुरुवार सुबह भामासं ने फैक्ट्री मान्यता की मांग को लेकर फैक्ट्री के के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया, जिसके बाद इंटक के कार्यकर्ताओं भारतीय मजदूर संघ जेके टायर फैक्ट्री पर लगाए गए ताले का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। इंटक का दावा है कि पिछले तीन वर्षों से उनके यूनियन को मान्यता प्राप्त थी। भामासं के दिनेश पालीवाल का कहना है कि यूनियन में उनके सदस्यों की संख्या ज्यादा है, इसलिए उन्हें मान्यता मिलनी चाहिए। इंटक के चुन्नीलाल पंचोली का आरोप है कि भामासं दादागिरी और सरकारी दबाव का उपयोग कर उनकी मान्यता रद्द करवाना चाहता है। भारतीय मजदूर संघ और इंटर के विवाद में फैक्ट्री के उत्पादन को प्रभावित कर रहा है जिसे फैक्ट्री के प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है वह भी इस विवाद का जल्दी ही निस्तारण चाहते हैं। भारतीय मजदूर संघ (भामासं) और इंटक दो प्रमुख मजदूर यूनियन हैं जो जेके टायर फैक्ट्री में मान्यता चाहते हैं। भामासं का दावा है कि उनके यूनियन में मजदूरों की संख्या ज्यादा है। इंटक का कहना है कि पिछले तीन वर्षों से उनके यूनियन को मान्यता प्राप्त थी। भामासं ने आज सुबह फैक्ट्री के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया, जिसके बाद इंटक के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इंटक के प्रदर्शन के बाद सभी कार्यकर्ता रैली के रूप में जिला कलेक्टर पहुंचे जहां पर जिला कलेक्टर पुलिस अधीक्षक के नाम डीवाईएसपी को ज्ञापन सौंपा।
मान्यता को लेकर दोनों संगठनों के अपने-अपने दावे
राजसमंद जिला मुख्यालय जेके ग्राम स्थित औद्योगिक इकाई जेके टायर फैक्ट्री में वर्षों से सीटू इंटिग जैसी यूनियन काम कर रही है । औद्योगिक इकाई में तीसरी यूनियन भारतीय मजदूर संघ ने भी पिछले कुछ वर्षों से अपना प्रभाव बढ़ाया है अब भारतीय मजदूर संघ के दिनेश पालीवाल का कहना है कि हमारे संगठन में मजदूरों की संख्या ज्यादा होने से फैक्ट्री में हमें मान्यता मिलनी चाहिए वहीं दूसरी ओर वर्तमान में मान्यता प्राप्त इंटर के चुन्नीलाल पंचोली ने बताया कि इंटर की 3 वर्षों से मान्यता है और अब सरकार के दबाव में भारतीय मजदूर संघ जबरदस्ती हमारी मान्यता रद्द करवा कर संघ अपना कब्जा करना चाहता है । उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह भारतीय मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने फैक्ट्री के में गेट पर ताला लगा दिया जिसे हम विरोध करते हैं और इस विरोध के चलते इंटर के सभी मजदूर कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को अवगत करा दिया है। 

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