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ईरान के अंदर घुसकर इजरायली हमला, उड़ानें ठप और पूरे देश में अलर्ट
By Lokjeewan Daily - 19-04-2024

तेहरान , युद्ध की आशंकाओं के बीच जिसका डर था वही बात हो गई। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी जैसे कई देशों की चेतावनी के बाद भी इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू नहीं माने और शुक्रवार की सुबह ईरान पर हमला बोल दिया। ईरान के बीचोंबीच धमाके की आवाजें आई हैं और खबर है कि कई मिसाइलें इजरायल ने दागी हैं। एक हमला तो ईरान के एयरपोर्ट को निशाना बनाकर भी किया गया है। फिलहाल यह जानकारी नहीं मिली है कि इससे ईरान को नुकसान पहुंचा है या नहीं, लेकिन इस हमले से इजरायल ने अपने तेवर जरूर दिखा दिए हैं। फिलहाल ईरान ने तेहरान, शिराज और इसफाहान जैसे शहरों से उड़ानों को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया है। इसके चलते ईरान के ईसाफहान शहर के एयरपोर्ट पर जबरदस्त धमाका सुना गया। हालांकि, इसकी वजह अब तक साफ नहीं हो सकी है। खास बात है कि ईसफहान में कई न्यूक्लियर साइट मौजूद हैं। कुछ दिन पहले ही ईरान ने भी इजरायल के खिलाफ कार्रवाई की थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक अमेरिकी अधिकारी ने एबीसी न्यूज को बताया है कि इजरायल की मिसाइलों ने ईरान पर हमला किया है। हालांकि, उन्होंने यह साफ नहीं किया कि मिसाइलें ईराक या सीरिया तक भी पहुंचीं हैं या नहीं। ईसफहान के अलाव तबरेज शहर में भी धमाके सुने गए हैं। इससे जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आए हैं।

 

ऐसा इसलिए किया गया है ताकि इजरायली हमलों से किसी अनहोनी को बचाया जा सके। ईरान ने मिसाइल हमलों से बचाव के लिए देश के तमाम शहरों में एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया है। ईरान के सरकारी मीडिया फारस न्यूज ने भी बताया है कि देश के मध्य शहर इसफाहान में धमाकों की आवाजें सुनी गई हैं। दरअसल ईरान ने इजरायल पर बीते सप्ताह जोरदार हमला करते हुए 300 के करीब मिसाइलें और ड्रोन दागे थे। इनमें से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन को इजरायल ने आसमान में ही रोक लिया था, फिर भी कुछ मिसाइलों से मामूली नुकसान भी हुआ था।

ईरान ने कहा - इजराइल ने हमला किया तो उनके परमाणु ठिकानों पर अटैक करेंगे

ईरान की सेना इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने हमले से पहले गुरुवार को चेतावनी दी थी कि अगर इजराइल ने अटैक किया तो वो अपना परमाणु सिद्धांत बदल सकते हैं।तस्नीम न्यूज के मुताबिक, ईरानी सेना में न्यूक्लियर सिक्योरिटी के इनचार्ज अहमद हागतलाब ने कहा था, "अगर इजराइल ने हमारे परमाणु ठिकानों पर हमला किया, तो हम इसका जवाब जरूर देंगे। हम अच्छी तरह से जानते हैं कि दुश्मन की न्यूक्लियर साइट्स कहां हैं। हमें सिर्फ अपनी शक्तिशाली मिसाइलों का ट्रिगर दबाना होगा। इसके बाद टारगेट पूरी तरह से तबाह हो जाएगा।"

 

आखिर क्यों ईरान पर हमले से बाज नहीं आया इजरायल, क्या पाया

भले ही इजरायल को इस हमले से जान-माल का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन वैश्विक स्तर पर उसकी प्रतिष्ठा जरूर धूमिल हुई थी। इसके बाद से ही इजरायली सरकार बदला लेने की बातें कर रही थी। दोनों देशों के बीच जंग की शुरुआत 1 अप्रैल को हुई थी। तब इजरायल ने सीरिया में स्थित ईरान के एक कौंसुलेट पर अटैक कर दिया था। इसमें ईरान के एक टॉप जनरल समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद ही ईरान ने हमला बोला था। इन दोनों देशों के बीच शुरू हुए संघर्ष से पूरे पश्चिम एशिया में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है।

इजरायल ने दिखाया- ईरान के अहम ठिकाने उसकी जद में हैं

इजरायल पहले ही गाजा पट्टी पर हमास के खिलाफ जंग में उतरा है। अब एक और मोर्चा खुलने से खुद इजरायल के लिए और उसके सहयोगी देशों अमेरिका और ब्रिटेन के लिए भी चुनौती खड़ी हो गई है। ईरान का कहना है कि इजरायल के हमलों से फिलहाल उसके परमाणु ठिकानों को नुकसान नहीं पहुंचा है। दरअसल ये साइट्स इसफाहान प्रांत में ही हैं, जहां इजरायल ने हमला किया है। इस तरह इजरायल ने यह भी दिखाने की कोशिश की है ईरान के अहम ठिकाने भी उसकी जद में हैं। ईरान का कहना है कि अब तक उसने इजरायल के कई ड्रोन मार गिराए हैं और अब तक किसी मिसाइल अटैक की खबर नहीं है। वहीं इजरायली सेना ने फिलहाल कुछ कहने से इनकार किया है।

13 अप्रैल को ही ईरान ने पहली बार इजरायल के खिलाफ सीधा हमला बोला था। उस दौरान तेहराना ने इजरायल पर 300 से ज्यादा मिसाइलें और ड्रोन दाग दिए थे। ईरान ने दमास्कस में ईरानी दूतावास पर 1 अप्रैल को हुए हमले के जवाब में 13 अप्रैल को कार्रवाई थी। खास बात है कि इसके बाद कई देश युद्ध की स्थिति से बचने के लिए दोनों देशों को समझाने की कोशिश करते भी नजर आए थे। खास बात है कि इजरायल ने पहली ही 13 अप्रैल को हुए हमले के जवाब में कार्रवाई की बात कह दी थी। इधर, इजरायल-गाजा की जंग के अन्य क्षेत्रों में भी फैलने को लेकर चिंता जताई जा रही है।

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