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Update Google Chromeब्रेकिंग न्यूज़
बाड़मेर, राजस्थान के बाड़मेर जिले में वायुसेना का मिग-29 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। स्थानीय पुलिस ने यह जानकारी दी। वहीं वायुसेना के अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में पायलट खुद को सुरक्षित रूप से विमान से बाहर निकलने में कामयाब रहा है। हादसा वाली जगह पर किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं। वायुसेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है।
हादसे के बाद भारतीय वायु सेना की ओर से बयान जारी किया गया। वायुसेना ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा- बाड़मेर सेक्टर में एक नियमित रात्रि प्रशिक्षण मिशन के दौरान एक मिग-29 में एक गंभीर तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण पायलट को विमान से इजेक्ट करना पड़ा। पायलट सुरक्षित है और जमीन पर जान-माल के किसी नुकसान की खबर नहीं है। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
वहीं बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र मीना ने बताया कि रात के वक्त बाड़मेर में मिग-29 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह घटना आबादी वाले इलाके से दूर हुई। पायलट सुरक्षित है। घटनास्थल पर भी अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। विमान में गंभीर तकनीकी खराबी के चलते हादसे की आशंका है। दुर्गम इलाका होने के कारण दमकल की गाड़ियां दुर्घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाई हैं।
इसी साल मार्च में एक तेजस विमान एक ऑपरेशनल ट्रेनिंग सॉर्टी के दौरान जैसलमेर के पास क्रैश हो गया था। राहत की बात यह कि हादसे से ठीक पहले पायलट खुद को सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब रहा था। भारतीय वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए थे।
4 जून को वायुसेना का सुखोई-30 लड़ाकू विमान नासिक के निफाड़ तहसील के शिरसगांव गांव के पास दोपहर करीब 1.20 बजे क्रैश हो गया था। हादसे के बाद विमान में आग लग गई थी। गनीमत यह कि हादसे में पायलट और सह-पायलट दोनों सुरक्षित बाहर निकल आए थे। विमान के हिस्से 500 मीटर के दायरे में बिखर गए थे। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और वायुसेना की सुरक्षा और तकनीकी विंग की टीमों ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया था।