It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.
Please update to continue or install another browser.
Update Google Chromeब्रेकिंग न्यूज़
जयपुर: राजस्थान में 13 नवंबर को 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है। इसको लेकर सियासत का पारा लगातार उफान पर है। कांग्रेस बीजेपी दोनों ही पार्टिया अपनी सियासी समीकरणों की जोड़, गुणा, बाकी लगाने में जुटी हुई है। इस बीच बीजेपी भी सात विधानसभा सीटों को लेकर अपने लिए बड़ी चुनौती मान रही है। इसको लेकर खुद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि इस चुनौती पर खरा उतरना उनके लिए जरूरी है, क्योंकि इस चुनाव के परिणाम पर सीएम भजनलाल और उनका लिटमस टेस्ट है। राठौड़ के इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।
सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर बीजेपी का दावा है कि सभी सीटों पर उनका कब्जा होगा। वहीं इस उपचुनाव को लेकर सीएम भजनलाल शर्मा और बीजेपी चीफ मदन राठौड़ के लिए भी अग्नि परीक्षा है। इसको लेकर सियासी गलियारों में चर्चा है कि उपचुनाव के परिणामों से ही सीएम और राठौड़ का अगला राजनीतिक कद तय होगा। इस बीच खुद मदन राठौड़ ने भी इस चुनौती को लेकर स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव सीएम भजनलाल शर्मा और उनकी जोड़ी के लिए लिटमस टेस्ट है। उनका कहना है कि सत्ता संगठन का बेहतर तालमेल और राज्य सरकार के 10 महीनों के काम काज के आधार पर हम जनता के बीच जा रहे हैं। राठौड़ ने कहा बीजेपी इस बार उपचुनाव के सभी ट्रैक रिकॉर्ड बदलने जा रही है।
पायलट और गहलोत का झगड़ा कभी खत्म नहीं होगा-राठौड़
मदन राठौड़ ने एक न्यूज चेनल को दिए इन्टरव्यू में कांग्रेस को जमकर आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भीतर गुटबाजी इतनी गहरी है कि कोई भी नेता एक दूसरे को क्रेडिट नहीं देना चाहता। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट को भी जमकर निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच का झगड़ा कभी भी खत्म नहीं हो सकता है, जबकि गोविंद सिंह डोटासरा क्रेडिट की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि डोटासरा का खेमा कांग्रेस में अलग ही काम कर रहा है।