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नेपाल-तिब्बत सीमा पर 7.1 तीव्रता के भूकंप से भारी तबाही, हवा में झूलकर मलबे का ढेर बनी इमारतें, 53 की मौत
By Lokjeewan Daily - 07-01-2025

काठमांडू: नेपाल, चीन, तिब्बत में मंगलवार को आए भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है। नेपाल-तिब्बत सीमा के पास मंगलवार सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर आए 7.1 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने कम से कम 53 लोगों की जान ली है। वहीं 62 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भूकंप से संपत्तियों का भी भारी नुकसान हुआ है। भूकंप से कई इमारतें ढहकर मलबे का ढेर बन गई है। भूकंप का केंद्र नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में तिब्बत के शिगात्से शहर में था। चीन के राष्‍ट्रपति शी ज‍िनपिंंग ने सरकारी अधिकारियों को युद्धस्‍तर पर राहत और बचाव का न‍िर्देश दिया है।

भूकंप का केंद्र रहा लोबुचे नेपाल में खुम्बू ग्लेशियर के पास स्थित है और काठमांडू से 150 किलोमीटर पूर्व में एवरेस्ट बेस कैंप के करीब है। नेपाल के नामचे क्षेत्र के एक सरकारी अधिकारी जगत प्रसाद भुसाल ने बताया है कि नेपाल भूकंप के प्रति संवेदनशील है क्योंकि यह एक प्रमुख भूगर्भीय फॉल्ट लाइन पर स्थित है। यहां भारतीय टेक्टोनिक प्लेट यूरेशियन प्लेट से टकराती है, जिससे हिमालय का निर्माण होता है। इस वजह से यहां भूकंप नियमित रूप से आते हैं। नेपाल में इस भूकंप ने 2015 में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप की यादें ताजा कर दी हैं, जिसमें 9,000 लोग मारे गए थे और करोड़ों की संपत्ति तबाह हुई थी।

चीनी एयरफोर्स मैदान में उतरी

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, अधिकारी भूकंप के प्रभाव का आकलन करने के लिए प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं। चीनी एयरफोर्स ने बचाव और राहत काम शुरू किया है। आपदा राहत मिशन के लिए चिकित्सा विमान, हेलीकॉप्टर और जमीनी बलों को तैनात किया गया है। युद्ध स्तर पर राहत और बचाव का काम चल रहा है।


चीन की भूकंप निगरानी एजेंसी ने बताया कि भूकंप का केंद्र लगभग 4,200 मीटर (13,800 फीट) की ऊंचाई पर था। डिंगरी काउंटी और उसके आसपास के इलाकों में बहुत तेज झटके महसूस किए गए और केंद्र के पास कई इमारतें ढह गईं। कई झटकों के बाद भी आफ्टरशॉक आते रहे, जिनमें सबसे बड़ा 4.4 तीव्रता का था। पिछली शताब्दी में इस क्षेत्र में कम से कम 6 तीव्रता के 10 भूकंप आ चुके हैं।


भारत में भी महसूस किए गए झटके
भूकंप के झटके भारत के कई राज्यों में भी महसूस किए गए। इसकी जद में सबसे ज्यादा बिहार आया। इसके अलावा असम, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान डरे सहमे लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। यूएसजीएस भूकंप के मुताबिक, भूकंप का केंद्र लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में था।

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