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ब्राह्मण ही होगा अगला बीजेपी अध्यक्ष! तीन नाम में सबसे आगे कौन?
By Lokjeewan Daily - 17-09-2025

नई दिल्ली: श्राद्ध या पितृपक्ष के बाद बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले नवरात्रि में इसपर मुहर लगने की संभावना है। उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद इस पद के लिए बीजेपी का आंतरिक गणित बदल गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्ण दोनों के ओबीसी होने की वजह से पार्टी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर किसी ब्राह्मण चेहरे को ही बिठाए रखना चाहती है। रामनाथ कोविंद दलित समाज से हैं और राष्ट्रपति का पद संभाल चुके हैं और मौजूदा राष्ट्रपति महिला भी हैं और आदिवासी भी, इसलिए जानकारी के अनुसार आरएसएस भी चाहता है कि बीजेपी किसी ब्राह्मण नेता को ही अभी अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए।


ब्राह्मण अध्यक्ष बनने की संभावना

बीजेपी और आरएसएस के एक बहुत ही करीबी और विश्वसनीय सूत्र ने एनबीटी ऑनलाइन को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उनके अनुसार पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जिस तरह से अचानक इस्तीफा दिया और फिर सी पी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति  बने, उसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए जातिगत गणित बदल चुका है। उन्होंने बताया कि नए अध्यक्ष को लेकर पिछले कुछ दिनों में बीजेपी के शीर्ष नेताओं की कम से कम दो बार मीटिंग हो चुकी है और उससे जो कुछ पता चला है, उससे लग रहा है कि पार्टी अभी ब्राह्मण नेता को ही बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में देखना चाहती है।

 

नड्डा ही हो सकते हैं पहली पसंद

सूत्र का कहना है कि जिन संभावित ब्राह्मण चेहरे को अगला बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है, उसमें मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का नाम सबसे आगे है। उनके मुताबिक संघ की भी इच्छा है कि ब्राह्मण नेता को ही अभी यह महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व सौंपी जाए। ऐसे में नड्डा पहली पसंद हो सकते हैं, जिनकी प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से लंबे वक्त से अच्छी ट्यूनिंग बनी हुई है। भाजपा सूत्र के मुताबिक पार्टी के संविधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति अधिकतम दो कार्यकाल तक पार्टी अध्यक्ष रह सकता है। लेकिन, तकनीकी रूप से नड्डा का अभी एक ही कार्यकाल हुआ है। उन्होंने पहले कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम संभाला था और पिछले करीब डेढ़ साल से उनके कार्यकाल को विस्तार दिया जा रहा है। सूत्र ने बताया कि बहुत ज्यादा संभावना मानकर चलिए कि नड्डा जी इस्तीफा दे देंगे और फिर से उन्हें औपचारिक तौर पर दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया जाएगा।

 

दिनेश शर्मा के नाम की भी चर्चा

बीजेपी जिस दूसरे ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगा सकती है, उसमें सू्त्र के अनुसार राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा का नाम भी शामिल है। शर्मा यूपी के कद्दावर ब्राह्मण चेहरे हैं और प्रदेश के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। राजनीति में उनकी जड़ें संघ से जुड़ी रही हैं और पार्टी संगठन में वह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भूमिका भी निभा चुके हैं और गुजरात जैसे राज्य में पार्टी के प्रभारी महासचिव का रोल भी निभा चुके हैं। लखनऊ के पूर्व मेयर रह चुके दिनेश शर्मा का नाम पहले भी संभावित बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर लिया जाता रहा है।

 

रेस में फडणवीस का नाम शामिल

बीजेपी और संघ के सूत्र ने बीजेपी के अगले संभावित राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर जो तीसरा नाम बताया है, वह सबसे ज्यादा चौंकाने वाला है। ये हैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री दवेंद्र  फडणवीस। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी को शानदार जीत दिलाने वाले फडणवीस का नाम पिछले साल जरूर संभावित पार्टी अध्यक्ष के रूप में लिया जा रहा था। लेकिन, सूत्र का कहना है कि हो सकता है राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों के समीकरण को फुलप्रूफ बनाने और पार्टी की अगली पीढ़ी के नेतृत्व को निखारने के इरादे से फडणवीस को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अगर फडणवीस के नाम पर मुहर लगी तो उनकी जगह पार्टी महासचिव और बिहार प्रभारी विनोद तावड़े को राज्य का सीएम बनाया जा सकता है। तावड़े ओबीसी हैं और उनके दम पर पार्टी वहां अपने समीकरण को और मजबूत कर सकती है।

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