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AUTO EXPO 2025 में पहुँचे 8 लाख से ज्यादा लोग, 2 साल के स्थान पर प्रतिवर्ष आयोजित करने पर हो रहा विचार
By Lokjeewan Daily - 23-01-2025

गाड़ियों का मेला 'भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025' बुधवार को पूरा हो गया। इस प्रदर्शनी में करीब 200 उत्पादों की पेशकश की गयी। राष्ट्रीय राजधानी में 17 जनवरी से 22 जनवरी तक भारत मंडपम एवं यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में सम्मिलित रूप से आयोजित इस प्रदर्शनी में 1,500 से अधिक कंपनियों ने शिरकत की।
आयोजकों ने कहा कि इस दौरान वाहन, कलपुर्जा एवं प्रौद्योगिकी खंडों में प्रदर्शित नए एवं मौजूदा उत्पादों को देखने के लिए आठ लाख से अधिक लोग पहुंचे। इस आयोजन को मिले जोरदार समर्थन से उत्साहित सरकार अब इसे सालाना आयोजित करने की संभावनाओं पर भी विचार कर रही है। अभी तक इस प्रदर्शनी का आयोजन 2 साल में एक बार होता है।

वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा, हमने एक्सपो के दौरान 200 से अधिक उत्पादों का अनावरण देखा, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 जनवरी को भारत मंडपम में केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, एच डी कुमारस्वामी, जीतन राम मांझी, मनोहर लाल, पीयूष गोयल एवं हरदीप सिंह पुरी के साथ वाहन क्षेत्र के दिग्गज कारोबारियों की मौजूदगी में एक्सपो का उद्घाटन किया था। भारत मंडपम में आयोजित वाहन प्रदर्शनी के दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) ने खूब सुर्खियां बटोरीं। यात्री वाहन बाजार की अग्रणी मारुति सुजुकी और हुंदै मोटर इंडिया ने अपने ईवी उत्पाद उतारकर इस नए वाहन खंड में भी बड़ी भूमिका निभाने की मंशा जता दी।

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि वाहन प्रदर्शनी में कंपनियों ने टिकाऊ परिवहन पर ध्यान केंद्रित करते हुए अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी की। उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने टिकाऊ परिवहन पर उद्योग के फोकस को प्रदर्शित किया। अग्रवाल ने कहा कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो को वार्षिक आयोजन बनाने के लिए वाहन उद्योग और अन्य पक्षों से सुझाव लिए जाएंगे।

उन्होंने कहा, "हम इसका (वार्षिक) आयोजन पसंद करेंगे, लेकिन हम सभी के सुझावों और चर्चाओं के लिए खुले रहेंगे। दरअसल हम एक बड़ा मूल्य आधार तैयार करना चाहते हैं।" अग्रवाल ने कहा कि इस आयोजन में बहुत अधिक मेहनत एवं धन खर्च होता है, लिहाजा स्पष्ट मूल्य प्रस्ताव की जरूरत है। ऐसी स्थिति में यह प्रतिबद्धता नहीं जताई जा सकती है कि यह सालाना या दो साल में एक बार होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी पक्षों के साथ परामर्श किया जाएगा। अग्रवाल ने कहा कि सरकार देश में अधिक वैश्विक आयोजन करने पर जोर दे रही है।

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