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जन्माष्टमी पर भीलवाड़ा हुआ कृष्णमय, इस्कॉन टेंपल की झांकियां ने मोहा मन
By Lokjeewan Daily - 27-08-2024

भीलवाड़ा। शहर समेत जिलेभर में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम सेे मनाई गई। रात को घड़ी में सूईयों के दोनों कांटे एक साथ रात बारह बजे मिलते ही मंदिरों में नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैयालाल की, हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल से सभी मंदिर गूंज उठे। भगवान कृष्ण के जन्म की घड़ी पर सभी हर्षित हो उठे। शंखनाद के साथ ढोल नगाड़े बजे और महाआरती की गई।  मध्यरात्रि बाद शहर से लेकर गांव के देवालयों व कृष्ण मंदिरों में कृष्ण जन्मोत्सव को बहुत ही ठाठ बाठ से मनाया गया। घरों में भी श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर प्रसाद चढ़ाया और इसके बाद व्रत व व उपवास खोले। घरों में छोटे ब‘चों को राधा-कृष्ण बनाया गया। इससे पूर्व शाम को  मंदिरों में श्रीकृष्ण की झांकियां सजाई गई। कन्हैया की बाल एवं रासलीलाओं की झांकियां देखने को लोग उमडऩे लगे। मंदिरों में कान्हा के भजनों पर लोग झूम उठे। कई स्थानों पर मटकी फोड़ प्रतियोगिताएं हुई। शहर में इस्कॉन टेम्पल, पेच एरिया के बालाजी, दूदाधारी मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर, टंकी के बालाजी सहित कई मंदिरों में मध्य रात्रि बाद तक उत्सव का माहौल था। 
इस्कॉन मंदिर में अयोध्या की रामलला की झांकियों ने मोहा मन 
अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ इस्कॉन के हजारी खेड़ा में चित्रगुप्त सर्किल के पास  छह हजार वर्ग गज में बनने वाले मंदिर में जन्माष्टमी पर अयोध्या से आई रामलला की झांकियों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। 15 फीट के हनुमान जी, जन्म से द्वारका तक की कृष्ण लीलाएं, जेल में प्राकट्य, गोकुल गमन, रासलीला, कंस उद्धार समेत  कई सुंदर व विद्युत चलित झांकियों ने  भक्तों का मन मोह लिया। जयपुर के कारीगरों ने जगन्नाथ भगवान के लिए फूल बंगला व झाांकियां सजाई। वृन्दावन के कीर्तनियोंं ने  मधुर कीर्तन व भजन किए। दिल्ली की प्रसिद्ध चलित झांकियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केन्द्र रहे।  ब‘चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भी समा बांध दिया। भगवान का अभिषेक कर छप्पन भोग धराया गया। मध्य रात्रि महाआरती की गई। सभी  आगंतुक भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था रही।  पूरे दिन भगवान् का दर्शन  की व्यवस्था रही। मंगलवार को  इस्कॉन संस्थापक आचार्य प्रभुपाद की व्यास पूजा कार्यक्रम तथा संध्या में नंदोत्सव मनाया जाएगा व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सूरत के कथा वाचक सहदेव नकुल प्रभु की तीन दिन की कृष्ण कथा भी सोमवार को शुरू हुईै। मंदिर परिसर में 1800 वर्ग फीट का विशाल पांडाल बनाया गया।  


बालाजी मन्दिर मे नंद महल व फूल बंगला बना आकर्षण 
बालाजी मार्केट स्थित बालाजी मंदिर में जन्माष्टमी पर मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष अनिल कुमार मानसिंहका के दीप प्र’जवलन के बाद मनमोहन झाकियों के दर्शन शुरू हुए। झांकियां व फूल बंगलें के साथ वृंदावन के कलाकारों का बनाया नंद महल और कृष्ण की सजीव झांकी आकर्षण रहे। पंडितों  ने पुरुष सूक्त से भगवान लड्डू गोपाल  का दुग्धाभिषेक  किया। रात्रि 12  बजे ढोल धमाके, शंख मृदंग से पुजारी आशुतोष शर्मा ने जन्मोत्सव आरती की। 1100 किलो का पंजरी प्रसाद एवं 500 किलो पंचामृत प्रसाद वितरण किया गया।

संकट मोचन मंदिर में दर्शन के लिए देर रात तक लगा रहा तांता
मुख्य डाकघर के समीप स्थत संकट मोचन बालाजी मंदिर में इस बार झांकिया मंदिर में ही सजाई गई। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के आने का क्रम शाम 6 बजे शुरू हो गया। रात्रि में महंत बाबूगिरी ने महाआरती की। इसके बाद श्रद्धालुओं को पंजरी का प्रसाद वितरित किया गया। 

नौगांवा सांवलिया सेठ के  फूल बंगले में हुए दर्शन 
नौगांवा सांवलिया सेठ मंदिर में जन्माष्टमी पर सत्यनारायण पंडित सहित वृन्दावन के कलाकारों की टीमों ने  झांकिया सजाई । ठाकुर जी का दूध से अभिषेक व पंचामृत से स्नान कराया गया। भक्तों को  ठाकुर जी के दर्शन फूल बंगले में हुए । भगवान को छबलिये में बैठाकर ले जाने का दृश्य श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा। मंदिर पूरी तरह दूधिया रोशनी से नहाया रहा। रात्रि में बनारस की तर्ज पर महाआरती के बाद पंजरी का प्रसाद वितरित किया गया।
  
ब्रह्माकुमारी ने कराया श्रीकृष्ण के बाल रूप का दर्शन
ब्रह्माकुमारी संस्थान सिटी सेंटर ने जन्माष्टमी के उपलक्ष में श्री कृष्ण के बाल रूप का दर्शन कराया। नन्हे बाल कलाकारों  ने झांकियां सजाई। ब्रह्माकुमारी अनिता बहन ने  विचार रखे।

दूदाधारी गोपाल मंदिर में झांकी दर्शन
सांगानेरी गेट स्थित श्री दूदाधारी गोपाल मंदिर में जन्माष्टमी पर्व मंगलवार को मनाया जा रहा है। नंदोत्सव28 अगस्त को होगा। मंदिर के पुजारी कल्याणमल शर्मा ने बताया कि मंगलवार सुबह 6 बजे पंचामृत अभिषेक व सुबह 8 बजे ठाकुरजी की श्रृंगार आरती की गई। शाम 6 बजे से झांकियों के दर्शन शुरू होंगे। श्रमध्यरात्रि 12 बजे जन्म आरती होंगी, ठाकुरजी के पंचामृत अभिषेक होंगा। इसके बाद पालना आरती होंगी। भगवान को माखन मिश्री का भोग लगाया जाएगा। जन्माष्टमी के अगले दिन नंदोत्सव पर्व मनाया जाएगा। इस अवसर पर मटकी फोड, मल्लखंभ आदि का आयोजन होगा। 


बाबधाम पर झांकियां देखने उमड़ा जनसैलाब
श्री बाबाधाम पर जन्माष्टमी महोत्सव पर सजावट की गई। श्री श्याम झांकी मण्डल ने त्रिकूटा पर्वत पर मां वैष्णो देवी, श्री कृष्ण भगवान की लीलाएं ,  बर्फानी बाबा अमरनाथ, श्री सालासर बालाजी ,भारत देश, बाबा महाकाल, श्री भगवान कृष्ण के झुले की झांकी, जिसमें हर भक्त को भगवान के झूले को झुलाने का अवसर मिला। सेवादारों  ने  कारागृह में भगवान एवं प्राकृतिक सृष्टि सजीव चित्रण का समावेश कर एक विशेष झांकी बनाई गई।  रात्रि 11.15 बजे से बाल गोपाल का अभिषेक, पूजन एवं रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के साथ 108 दीपकों से महाआरती हुई एवं महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।   


सुशील की पेंटिंग में दिखी कृष्ण की गोवर्धन लीला
शहर निवासी चित्रकार सुशील सोनी ने जन्माष्टमी के उपलक्ष में एक पेटिंग बनाई। इसमें श्री  कृष्ण की गोवर्धन धारण लीला को दर्शाया गया है। पेंटिंग में बादल उमड़ रहे है और साथ ही तेज़ बारिश से बाढ़ की ?िस्थति उत्पन्न हो रही है। यह चित्र बहुत ही भावपूर्ण है श्री कृष्ण  ने गोवर्धन पर्वत उठाकर नंद बाबा और माँ यशोदा जी के साथ सभी ग्राम वासियों एवं ग्वाल बाल व गो धन को इंद्र के क्रोध से भय मुक्त दर्शाया हुआ है।


एमजीएच में जन्में 18 कृष्ण
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर  महात्मा गांधी चिकित्सालय में  18 कृष्ण ने जन्म लिया। रविवार रात 12.22 पर सुवाणा की रामू देवी गुर्जर ने शिशु को जन्म दिया। इसके अलावा 17 और बच्चों का जन्म हुआ। माता-पिता जन्माष्टमी के दिन नन्हा कृष्णा पाकर काफी खुश है। जन्माष्टमी पर 8 बालिकाओं ने जन्म लिया।
 

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