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गर्मी के बढऩे के साथ ही अस्पतालों में आने लगे उल्टी-दस्त के मरीज
By Lokjeewan Daily - 27-04-2024

- एमजीएच में लगने लगी रोगियों की कतारें
- चिकित्सक दे रहे सावधानी बरतने की सलाह
भीलवाड़ा लोकजीवन । अप्रेल माह के अंतिम दिनों में अब पारा उछाल पर है। महात्मा गांधी अस्पताल सहित जिले के सभी अस्पतालों मेंं गर्मीजनित रोगों के मरीज आना शुरू हो गए है। फिलहाल उल्टी-दस्त व घबराहट के मरीज ज्यादा आ रहे है। तापमान में और उछाल आने के साथ ही लू व तापघात के मरीज भी आना शुरू हो जाएंगे। उधर गर्मीजनित इन बीमारियों से बचाव के लिए चिकित्सक भी विशेष सावधानी बरतने की सलाह दे रहे है। महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरूण गौड़ ने बताया कि व्यक्ति के शरीर में लवण व पानी अपर्याप्त होने पर गर्म वातावरण में सिर का भारीपन, सिरदर्द, अधिक प्यास लगना, थकावट, जी मिचलाना, शरीर का तापमान बढऩा, मुंह का लाल हो जाना और त्वचा का सूख जाना आदि लू व तापघात के प्रमुख लक्षण है।  लू-तापघात से बचाव के लिए आमजन को तेज गर्मी से बचने के लिए छायादार स्थान पर ही निवास करना चाहिए। तेज धूप में निकलना आवश्यक हो, तो ताजा भोजन करके उचित मात्रा में ठंडे जल का सेवन करके ही बाहर निकलना चाहिए। दिनभर थोड़े अंतराल से ठंडे पानी एवं शीतल पर पदार्थों छाछ, ताजे फलों के रस का सेवन अवश्य करते रहना चाहिए। तेज धूप में बाहर निकलने पर छाते का उपयोग करना चाहिए अथवा कपड़े से सिर एवं बदन को ढककर बाहर जाना चाहिए।
लू तापघात से ग्रसित होने पर करे यह काम
डॉ. गौड़ ने बताया कि लू तापघात से ग्रसित होने पर तत्काल रोगी को छायादार ठंडा स्थान पर लेटा देना चाहिए। रोगी की त्वचा को गीले कपड़े से स्पंज करते रहना चाहिए तथा रोगी के कपड़ों को ढीले कर देने चाहिए। रोगी को शीतल पेय पदार्थ का सेवन करना चाहिए और गर्मी से अत्यधिक प्रभावित होने पर रोगी को तत्काल चिकित्सा संस्थान पर उपचार के लिए ले जाना चाहिए।  उन्होने आमजन से सजग रहकर लू तापघात से बचाव के उपाय करने को कहा है। उधर मुख्य चिकित्स एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सीपी गोस्वामी ने जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों पर कार्यरत प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को लू तापघात से ग्रसित रोगियों के इलाज की समुचित व्यवस्था आवश्यक रूप से सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है।
पानी की ज्यादा मात्रा वाले फलों का सेवन जरूरी
एमजीएच चिकित्सक डॉ. अनिता काबरा ने बताया कि तरबूज, अंगूर, संतरे, खरबूजे, और अन्य फल जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है, हाइड्रेटेड और ठंडा रखने में मदद करते हैं।  खीरा, सलाद, तोरी, और उच्च पानी की मात्रा वाली अन्य सब्जियां  पेट को ठंडा और हाइड्रेटेड रखती हैं।  नारियल पानी हाइड्रेटेड रखने में मदद कर सकता है और पेट को ठंडा रखने का भी काम करता है। नारियल पानी तपती लू से बचाने में मदद करता हैं।  छाछ और दही शरीर को ठंडा करने और पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। 

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