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ऑपरेशन ब्लैक थंडर: मेडीसेंटर रक्त जांच लैब का निरीक्षण, पैथोलॉजिस्ट डॉ. जैन े नदारद
By Lokjeewan Daily - 30-09-2024

- लैब संचालन के दस्तावेज भी नहीं मिले पूरे
- नोटिस जारी कर सात दिन में मांगा जवाब
भीलवाडा लोकजीवन। जिले में ऑपरेशन ब्लैक थंडर के तहत एक बार फिर कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है।  हाल ही में इस ऑपरेशन के तहत शहर में रक्त जांच सेंटर के अनियमितताओं के बीच धड़ल्ले से संचालित किए जाने का पता लगने पर शहर में सेवासदन रोड स्थित मेडीसेंटर रक्त जांच लैब का निरीक्षण किया है। सेंटर में लैब में मरीजों का पंजीकरण संतोषप्रद नहीं पाया गया। बायोवेस्ट ऑथोराइजेशन भी नहीं है।  कई खामियां पाई गई और पैथोलॉजिस्ट डॉ. विवेक कुमार जैन नदारद मिले। सीएमएचओ डॉ. चेतेन्द्र पुरी गोस्वामी ने निरीक्षण के बाद मीडिया को बताया कि मेडीसेंटर रक्त जांच लैब को दस्तावेज पूरे नहीं होने, डॉक्टर के नदारद रहने सहित अन्य कई खामियों के चलते कारण बताओ नोटिस जारी कर 7 दिन में जवाब मांगा गया है। जवाब नहीं देने पर लैब को सीज कर दिया जाएगा। आगे की कार्रवाई क्लिनिकल एक्ट के तहत की जाएगी।
डॉ. जैन है राजकीय सेवा में
उधर सुत्रों हवाले से मेडीसेंटर रक्त जांच लैब में सेवाएं दे रहे डॉ. विवेक कुमार जैन के आरवीआरएस मेडिकल कॉलेज में पैथोलॉजी लेब का विभागाध्यक्ष होने की बात भी सामने आई है। नियमानुसार राजकीय सेवा में रहते हुए निजी संस्थानों में सेवाएं नहीं दी जा सकती है। इस सबंध में लोकजीवन ने सीएमएचओ डॉ. चेतेन्द्र पुरी गोस्वामी को अवगत कराया है। अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग आगे क्या कार्रवाई करता है।
यह है ऑपरेशन ब्लैक थंडर
ऑपरेशन ब्लैक थंडर, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े फर्ज़़ीवाड़े को रोकने के लिए चलाया जाने वाला एक अभियान है।  इस अभियान के तहत, अवैध क्लीनिक और लैबों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाती है।
ऑपरेशन ब्लैक थंडर के तहत, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े फर्ज़़ीवाड़े को रोकने के लिए, राज्य सरकार की ओर से कई तरह की कार्रवाई की जाती है। इनमें झोलाछाप चिकित्सकों और अवैध डायग्नोस्टिक सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई, अस्पतालों में प्रशिक्षित और पंजीकृत स्टाफ़ से ही स्वास्थ्य सेवाएं देने की जांच, अस्पतालों में लीगल डॉक्यूमेंट और बायो मेडिकल वेस्ट से जुड़े रिकॉर्ड की जांच, मरीज़ों को झोलाछाप चिकित्सकों के चक्कर में न पडऩे की सलाह दी जाती है। 

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