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हेल्थ मेनिफेस्टो ही मेडिकल प्रोफेशनल्स की आवाज सरकार तक पहुंचाने का एक जरिया - डॉ. असोकन
By Lokjeewan Daily - 27-10-2024

27वीं राज्य स्तरीय कॉन्फ्रेंस राजमेडिकॉन 2024 उमंग की शुरुआत

भीलवाड़ा. मंगरोप रोड िस्थत एक निजी होटल में शनिवार को 27वीं राज्य स्तरीय कॉन्फ्रेंस राजमेडिकॉन – 2024 उमंग की शुरुआत हुई। इसमें प्रदेश और देश भर के डॉक्टर्स शामिल होने पहुंचे। चिकित्सा पद्धतियों में होने वाले आधुनिक बदलावों के बारे में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने जूनियर डॉक्टर्स और रेजीडेंट डॉक्टर्स के लिए सेशन रखे गए। पहली बार भीलवाड़ा में हुई कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरवी असोकन ने कहा कि हेल्थ मेनिफेस्टो ही मेडिकल प्रोफेशनल्स की आवाज सरकार तक पहुंचाने का एक जरिया है। यह आवाज हमारे लोगों और उनके स्वास्थ्य के लिए है। सरकारें चाहे राज्य की हो या केंद्र की सभी स्वास्थ्य के प्रति उदासीन है, यह एक तरह का अपराध है जो सरकार हेल्थ सेक्टर के साथ करती आ रही है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने हेल्थ सेक्टर, मेडिकल प्रोफेशनल्स और पब्लिक हेल्थ यानि मरीजों के हितों के लिए हेल्थ मेनिफेस्टो बनाया है। यह मेनिफेस्टो देश भर के करीब 200 मेडिकल प्रोफेशनल एक्सपर्ट्स ने मिलकर तैयार किया है। यह केवल एक राज्य या देश के स्वास्थ्य की बात नहीं है बल्कि पूरे विश्व के स्वास्थ्य की देखभाल का सवाल है। विश्व स्वास्थ्य संगठन खुद इस पर काम कर रहा है, लेकिन हमारी सरकारों की नीतियों से लोगों को स्वास्थ्य लाभ लेने में कई पेंच खड़े हो रहे हैं।
हमारे मेडिकल ग्रेजुएट्स गुलामों की तरह प्रतिबंधित

डॉ. असोकन ने देश की मेडिकल एजुकेशन में चली आ रही बॉन्ड पॉलिसी का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि हमारा ही देश है जहां मेडिकल कॉलेजेस में हमारे मेडिकल ग्रेजुएट्स गुलामों की तरह प्रतिबंधित किए जाते हैं। देश में ही यह बॉन्ड पॉलिसी है, ऐसी किसी दूसरे देश में नीति नहीं है। इस पॉलिसी के तहत हमारे देश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले मेडिकल ग्रेजुएट्स, पोस्ट ग्रेजुएट्स हो या सुपर स्पेशलिस्ट्स, ये सभी बॉन्ड पॉलिसी के तहत प्रतिबंधित किए जाते हैं। यह हमारे मेडिकल एजुकेशन के लिए शर्मनाक स्थितियां हैं। ऐसे और भी कई मुद्दे हैं, जिन पर मेडिकल एसोसिएशन सरकार से अपनी बात रखेगा। आयोजन समिति चेयरमेन डॉ. दुष्यंत शर्मा एवं सचिव डॉ. फरियाद मोहम्मद ने बताया कि पहले दिन छह सत्र हुए। पहले सत्र में डॉ. अशोक शारदा ने देश की स्वास्थ्य को इंप्रूव करने के लिए हेल्थ बजट पर चर्चा की। डॉ. रवि वानखेडकर ने मेडिकल एथिक्स के बारे में व्याख्यान दिया। इसी के साथ अन्य सत्रों में डॉ. राहुल कट्टा, डॉ. आशीष जाखेटिया, डॉ. रोहित रेबेलो, डॉ. मनन सरुपरिया, डॉ. देवेंद्र सरीन, डॉ. योगेश कुमार शर्मा, डॉ. एमके गुप्ता, डॉ. संजय गांधी सहित अनेक चिकित्सकों ने अलग-अलग विषयों पर व्याख्यान दिए।

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