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राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह में किया चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों को जागरूक
By Lokjeewan Daily - 20-11-2024

 भीलवाड़ा लोकजीवन । आरवीआरएस मेडिकल कॉलेज, महात्मा गांधी अस्पताल के शिशु रोग विभाग और माइक्रोबायोलॉजी विभाग के सहयोग से मनाए जा रहे राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह 2024 के तहत मंगलवार को जीएनटीसी में सीएमई के माध्यम से चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों को जागरूक किया गया। एमजीएच अधीक्षक डॉ.अरुण गौड़ ने बताया कि सीएमई में नवजात शिशुओं में एंटीबायोटिक्स दवाइयों के विवेकपूर्ण प्रयोग एवं शिशुओं में बढ़ रहे एंटीबायोटिक्स के प्रतिरोध, स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण एवं गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए एसएनसीयू, एनआईसीयू में कार्यरत समस्त डॉक्टर्स एवं नर्सिंग स्टाफ को हैंडवाशिंग तकनीक, शिशुओ की देखभाल, एंटीबायोटिक्स के कम एवं तार्किक प्रयोग पर विवेचना की गई । सीएमई में बताया गया कि नवजात शिशु देखभाल में एंटीबायोटिक स्टीवर्डशिप का उद्देश्य एंटीबायोटिक्स के विवेकपूर्ण और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करना है, ताकि संक्रमण का सही इलाज हो और एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस के विकास को रोका जा सके। नवजात, विशेष रूप से प्रीमैच्योर शिशु, संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, इसलिए एंटीबायोटिक्स का उचित उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। नवजात देखभाल में एंटीबायोटिक स्टीवर्डशिप संक्रमण के उपचार और दीर्घकालिक समस्याओं की रोकथाम के बीच संतुलन बनाना आवश्यक है। साक्ष्य-आधारित प्रथाओं, टीम सहयोग, और सतत शिक्षा के माध्यम से, एनआईसीयू में शिशुओं के स्वास्थ्य परिणामों को बेहतर बनाया जा सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. वर्षा सिंह ने की। विशेष अतिथि डॉ. पूजा गंगराड़े, एमजीएच  ीअधीक्षक डॉ अरुण गौड़, आरसीएचओ डॉ संजीव शर्मा थे। इस दौरान शिशु रोग विशेषज्ञ विभागाध्यक्ष डॉ. इंद्रा सिंह चौहान एवं माइक्रोबायोलॉजिस्ट विभागाध्य डॉ अनु शर्मा ने विचार रखे। शिशु रोग विभाग एवं माइक्रोबायोलोजी विभाग एवं स्त्री एवं प्रसुति विभाग कंसल्टेंट डॉक्टर, रेजिडेंट डॉक्टर्स, एनआईसीयू नर्सिंग स्टाफ मौजूद थे। 

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