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गुलाबी सर्दी कर रही बीमार, बच्चें आ रहे निमोनिया की चपेट में - एमजीएच में रोजाना बढ़ रही निमोनिया ग्रसित बच्चों की संख्या - सावधानी बरतने की जरूरत नहीं तो परिणाम हो सकते है गंभीर
By Lokjeewan Daily - 20-11-2024

 भीलवाड़ा लोकजीवन । जिले में गुलाबी ठंड की शुरूआत के साथ ही बच्चे सर्दीजनित रोगों की चपेट में आ रहे है। सर्दी व प्रदूषण से  अस्थमा, एलर्जी, सांस लेने में तकलीफ व निमोनिया जैसी बीमारियां हो रही है। उधर हवाओं के जोर से रात का पारा 11 डिग्री पहुंच गया है।  दिन के तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। भीलवाड़ा में अधिकतम तापमान 27.9 डिग्री दर्ज किया गया। दिन में गर्मी व रात को सर्दी से बच्चें व बुजुर्ग जल्दी बीमारी की चपेट में आ रहे है। गुलाबी सर्दी का असर यह है कि कई लोगों को आईसीयू में भी भर्ती करना पड़ रहा है। इनमें ज्यादातर छोटे बच्चे व बुजुर्ग हैं। शहर के सरकारी व निजी दोनों अस्पतालों में  30 से 40 फीसदी रोगीं निमोनिया, वायरल फीवर, लगातार तेज बुखार, छाती में संक्रमण, सिरदर्द, एलर्जी, उल्टी दस्त, खांसी, नाक से पानी निकलना या छींकें आना, सांस लेने में तकनीकी व शरीर में पानी की कमी होना जैसी शिकायतें लेकर पहुंच रहे है। कई बच्चे गंभीर निमोनिया से ग्रसित होकर भी पहुंच रहे हैं। उन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती करना पड़ रहा है। महात्मा गांधी अस्पताल शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. इंदिरा सिंह चौहान ने बताया कि बच्चों में इस तरह की समस्या के बढने की वजह मौसम का बदलाव व प्रदूषण दोनों है। इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।  सर्दी से बचाव बहुत जरूरी है। शुरूआती ठंड काफी बीमार करती है। ऐसे में विशेषकर बच्चों के शरीर को ढकने वाले गर्म कपड़े पहनाएं, चाय, गर्म पानी, फलों का रस का सेवन कर सकते हैं, ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करने से परहेज करें, बच्चों को धूप निकलने पर ही घर से निकलें, बाहर के खाने से परहेज करें, साफ-सुथरा माहौल बनाए रखें।  इनका कहना है ओपीडी में आने वाले करीब 10 फीसदी बच्चों में सांस संबंधी बीमारियों की शिकायत मिल रही है। कई बच्चे आईसीयू में भी भर्ती है। गुलाबी ठंड से बढ़ रहे निमोनिया से बचने के परिजनों को सावधानी बरतने की जरूरत है। बच्चों को ठंड से बचाने के पूरे जतन करें। डॉ. अरुण गौड़, अधीक्षक, एमजीएच 

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