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रक्तदाताओंं का टूटने लगा नाता, तीसरे स्थान पर सरकारी ब्लड बैंक - महात्मा गांधी ब्लड बैंक में कम हो रहा रक्तदान - खपत ज्यादा फिर भी समझ नहीं रहे रक्तदाता
By Lokjeewan Daily - 21-11-2024

भीलवाड़ा लोकजीवन । एक समय में रक्त उपलब्धता के मामले में अग्रणी रहने वाले  शहर के महात्मा गांधी अस्पताल के ब्लड बैंक में अब रक्त का टोटा पडऩे लगा है। हालात यह है कि नेगेटिव रक्त के मामले में ब्लड बैंक की रिपोर्ट शुन्य है। भीलवाड़ा व शाहपुरा जिले को रक्त आपूर्ति करने में यह नम्बर वन है लेकिन रक्तदान लेने में पिछड़ता नजर आ रहा है। इसका कारण यह है कि स्वयंसेवी संगठन व स्वैच्छिक रक्तदाता अब सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान करने से मुंह मोडऩे लगे है। तथ्य सामने आया है कि अधिकांश संगठन निजी ब्लड बैंकों के माध्यम से रक्तदान शिविर लगवा रहे है और स्वैच्छिक रक्तदान भी वहीं करवा रहे है यहीं कारण है कि एमजीएच ब्लड बैंक रक्त उपलब्धता के मामले में तीसरे नम्बर पर है। दुर्लभ रक्त भी यहां ना के बराबर है।
ब्लड बैंकों में 1056 यूनिट रक्त
शहर के चारों ब्लड बैंकों में कूल 1056 यूनिट ब्लड है। इसमें महात्मा गांधी चिकित्सालय में 244 यूनिट है। इसके अलावा अरिहंत हॉस्पिटल में  253, रामस्नेही हॉस्पिटल में 360. भीलवाड़ा ब्लड सेंटर में 199 यूनिटरक्त उपलब्ध है। सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में सरकारी में भर्ती मरीजों को नि:शुल्क रक्त दिया जाता है लेकिन अभी जो स्टॉक है वह केवल भीलवाड़ा जिले के लिए पर्याप्त है। 
ई रक्त कोष के अनुसार यह है स्थिति
अस्पताल का नाम      ग्रुप ए +  ए -  बी+ बी-  ओ+  ओ-  एबी +  एबी -  कूल
रामस्नेही                       23    0    145    0    143    11    38   0       360
भीलवाड़ा ब्लड सेंटर         26    3     73    3     63     7     12    12     199 
महात्मा गांधी अस्पताल       37    0    106    8     80     0     13     0      244
अरिहंत हॉस्पिटल             26    3    109    6     99     4      5     1       253

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