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नहीं पसीजा मां का दिल, दो घंटे पहले जन्मी मासूम को ठंड में पालने में छोड़ा
By Lokjeewan Daily - 09-12-2024

- बेल बजते ही चिकित्साकर्मियों ने तत्काल शुरू किया इलाज
भीलवाड़ा लोकजीवन । शहर में सोमवार सुबह ठंड के चलते लोग जहां घर की चारदीवारी में कैद थे वहीं निर्दयी परिजनों ने दो घंटे पहले जन्मी मासूम बालिका को तेज ठंड के बावजूद एमजीएच के पालना गृह में छोड़ दिया। बेल बजने पर तत्काल चिकित्साकर्मियों ने बालिका को एनआईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू किया। कम वजन की इस बालिका की ठंड के कारण हालत गंभीर है। चिकित्सक उसे वार्मर में रखकर इलाज दे रहे है।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह महात्मा गांधी अस्पताल की मातृ एवं शिशु इकाई में स्थित पालनाघर में  एक नवजात बालिका को उसके परिजन छोड़ गए। इस दौरान काफी ठंड पड़ रही थी। परिजनों ने ठंड में नवजात की परवाह किए बगैर पालने में ले जाकर रख दिया। सायरन बजने पर एसएनसीयू नर्सिंग प्रभारी सुनील पोरवाल, नर्सिंग ऑफिसर विनोद प्रजापत, नीतु गर्ग, दिलीप रेगर, रेहाना, दिनेश पांडे, पिंकी आदि तत्काल पालने के पास पहुंचे। चिकित्साकर्मियों ने बालिका को पालने से उठाकर एनआईसीयू में भर्ती किया। वहां वार्मर में गर्म लाइटों के नीचे रखकर उसे ठंड से राहत दी गई।
डॉक्टर बोले इंड में ठिठुरती मिली बालिका, हालत गंभीर
एनआईसीयू में सेवारत डॉ. कुलदीप सिंंह राजपूत ने बालिका का स्वास्थ्य परीक्षण कर इलाज शुरू करवाया। डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि  सुबह 7.41 बजे कोई एक नवजात बालिका को पालने में छोड़ गया। वार्ड में भर्ती करने पर उसका वजन किया गया तो वह महज 1किलो 190 ग्राम की निकली। उसके शरीर का तापमान काफी कम था और वह ठिठुर रही थी। उसे सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है। उसे मशीन पर इलाज दिया जा रहा है। बालिका की हालत गंभीर है। बालिका के बारे में एमजीएच अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ व बाल कल्याण समिति को अवगत कराया है। शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. इंदिरा सिंह के निर्देशन में बालिका को बेहतर से बेहतर इलाज देकर बचाने का प्रयास कर रहे है।
चाइल्ड हेल्पलाइनकर्मी पहुंचे अस्पताल
उधर इस घटनाक्रम की जानकारी  बाल कल्याण समिति को दी गई, ऐसे में चाइल्ड हेल्पलाइन से राजेश खोईवाल अस्पताल पहुंचे। खोईवाल ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिलने पर वह अस्पताल पहुंचे है। डॉ. इंदिरा सिंह के निर्देशन में बालिका को उपचार दिया जा रहा है। बालिका के समय से पहले जन्म लेने के कारण उसका वजन महज 1190 ग्राम है। ऐसे में उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। चिकित्सक उसे बचाने का पूरा प्रयास कर रहे है। 

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