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शाहपुरा जिला समाप्त करने का विरोध बरकरार, बंद कें बाद कांग्रेस ने पैदल मार्च निकाल फूंका सीएम व विधायक का पुतला
By Lokjeewan Daily - 30-12-2024

- प्रदर्शन कर सौंपा राज्यपाल के नाम ज्ञापन
- शाहपुरा जिले को यथावत रखने कीह मांग
भीलवाड़ा/शाहपुरा। शाहपुरा जिला समाप्त करने का विरोध बरकरार है। रविवार को विरोधस्वरूप शाहपुरा बंद कराने के बाद सोमवार को कांग्रेस समेत क्षेत्रवासियों ने पैदल मार्च निकालकर सीएम भजनलाल शर्मा व विधायक लालाराम बैरवा का पुतला फूंका। इसके बाद राज्यपाल के नाम प्रशासन को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में बताया गया कि  पूर्ववर्ती सरकार ने प्रदेश में नवगठित शाहपुरा जिले को स्वरचित मापदण्डों पर खरा नहीं उतारने पर वापस हटाया जाना पूर्णतया असंवैधानिक और जनविरोधी निर्णय है। नए जिलो का गठन प्रगति की रफ्तार दोगुनी करने के लिए और आमजन को सहज और सुलभ प्रशासनिक सुविधाओं के साथ न्याय मुहैया करवाने तथा सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम योग्य लाभार्थी को चिन्हित कर दिलवाने के उद्देश्य से किया था। दिनोंदिन बढ़ती जनसंख्या एवं बड़े क्षेत्रफल की वजह से सरकार व आमजन को नए जिलों की आवश्यकता महसूस हो रही थी। प्रदेश की आमजनता की पुलिस और प्रशासन तक पहुंच सुगम और सुलभ करने के उद्देश्य से बनाए शाहपुरा जिले को राजनैतिक शून्यता के चलते अनावश्यक बताते हुए वापस हटाना एक नकारात्मक पहल है। भीलवाड़ा जिले से टूटकर नवगठित जिला बना शाहपुरा आजादी के बाद से आज तक विकास के दृष्टिकोण से काफी पिछड़ गया हैं। इतिहास के पन्नों को पलटने पर यह ज्ञात होता है कि संपूर्ण भारत में शाहपुरा ही एकमात्र ऐसी स्वतंत्र रियासत थी जिसने आजादी से एक दिन पूर्व ही स्वतंत्र होने के साथ ही सरदार पटेल के आव्हान पर बिना किसी शर्त के अखंड भारत में अपने विलय की घोषणा कर दी थी। धर्म, तप और बलिदान के साथ इतिहास में अपनी विशिष्ट पहचान और आजादी में अपने अनमोल बलिदान के बावजूद आजादी के बाद 1950 तक जिला बना रहे शाहपुरा से उसका जिले का दर्जा छीन लिया गया और तभी से 73 वर्षों तक अपने अस्तित्व को जिन्दा रखने के लिए संघर्ष करने वाले शहर के साथ इस तरह का भेदभाव किसी भी दृष्टिकोण से स्वीकार्य नहीं हैं। राजनीति में कई बार विषम परिस्थितियों और दबाव के बीच ना चाहते हुये कुछ निर्णय प्रदेश की जनता के वैभूति के लेने पड़ते हैं। ज्ञापन देने वालों में  पीसीसी सदस्य संदीप -महावीर जीनगर, जिला महासचिव रामेश्वर सोलंकी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष अशोक भारद्वाज, पूर्व नगर कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी, पूर्व पार्षद प्रभु सुगंधी, नमन ओझा, सद्दीक पठान, शंकर खटीक, कालू मीणा,अविनाश शर्मा, रमेश वैष्णव, रमेश शर्मा, गोविन्द राम बिड़ला, सुनील मिश्रा, धनराज जीनगर, मदन शर्मा आदि मौजूद थे। 

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