It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

अंतिम संस्कार के लिए उठी अर्थियां तो रो पड़ा पूरा गांव, बाजार रहे बंद
By Lokjeewan Daily - 07-02-2025

- कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने बंधाया परिजनों को ढंाढस
- दूदू के निकट सडक़ हादसे में आठ लोगो की मौत का मामला
भीलवाड़ा। दूदू के निकट जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर बस के टायर फटने के बाद विपरित दिशा में पलटने से  कार सवार आठ लोगोंं की मौत के बाद आज सुबह अंतिम संस्कार के लिए जैसे ही अर्थियां उठी तो पूरा गांव रो पड़ा। गांव के बाजार बंद रहे।  इससे पहले देर रात तक दूदू मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद शव एम्बुलेंस से गांव पहुंचे। अलसुबह शवों के गांव पहुंचने पर कोहराम मच गया। मृतकों के परिजनों को गांव वालों ने बमुश्किल संभाला। उधर अंतिम संस्कार स्थल पर जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू और अधिकारी पहुंचे। जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा जिले के आठ युवकों की गुरुवार को कार से प्रयागराज महाकुंभ जाते वक्त दूदू जिले में रोडवेज बस के टायर फटने से पलटकर कार पर गिरने से मौत हो गई, इनमें से पांच दोस्तो के शव सुबह जैसे ही बड़लियास पहुंचे गांव वालों की आंखों से अश्रु धारा फूट पड़ी, परिजनों में चीख पुकार मच गई । कुछ देर शवों को घरों में रखने के बाद जल्द ही शव अंतिम संस्कार के लिए रवाना कर दिए गए। जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू भी वहां पहुंचे और उन्होंने परिजनों को सांत्वना देते हुए हर संभव सहायता का भरोसा दिया। मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से देने की घोषणा भी हुई।
पूरी रात किया शवों का इंतजार, सायरन बजते ही फुट पड़ी रूलाई
इससे पहले पूरी रात भर गांव के लोग जागकर गांव के बेटों के शव आने के इंतजार में थे । सुबह गांव में पांचो के शव दो एंबुलेंस से लाये गए । जैसे ही जैसे ही गांव में एंबुलेंस का सायरन सुनाई दिया हुई वैसे ही गांव के लोग इक_ा होने लगे। एंबुलेंस से शवों को उतारने के दौरान लोगों की रुलाई फूट पड़ी। रविकान्त के शव को जब एंबुलेंस से उतार कर घर के अंदर ले ज़ाया गया तो तीनों बेटियों का हाल बेहाल था। इस परिवार के एक बेटे की मौत पहले भी एक एक्सीडेंट में हुई थी और अब परिवार का दूसरा बेटा हादसे में अपनी जान गंवा चूका था।  किशन लाल का शव जब घर पहुंचा तो यहां भी परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हुआ। 
पूरा गांव सदमें में, बाजार नहीं खुले
गांव में हुई एक साथ पांच जवान मौत से पूरा गांव सदमे में में है बाजार खुले ही नहीं। गांव में अधिकांश घरों के चूल्हे नहीं जले थे। गांव के हर कोई इस घटना से स्तब्ध था। उधर एसडीओ भीलवाड़ा दिव्यराज चुण्डावत नेबड़लियास पहुंचकर  सरपंच प्रतिनिधि प्रकाश रेगर और पूर्व प्रधान विजय सिंह राणावत से बातचीत की और पीड्ति परिवारों को मुआवजे की राशि और सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग की। समझाइश व आश्वासन के बाद परिजन सहमत हो गए और अंतिम यात्रा शुरू हुई।  

मृतकों में पांच जनें बड़लियास, दो पलासिया और एक मुकुंदपुरिया का रहने वाला था। तडक़े गांव से बाहर एम्बुलेंस को रोक दी गई। सुबह शव उनके घर पहुंचे। घर पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। कुछ देर शव घर में रखने के बाद अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए। घटना को लेकर तीनों गांवों में सन्नाटा पसरा रहा। बाजार बंद रहे और बड़ी संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
बीती शाम चार बजे यह हुई थी घटना
गौरतलब है कि भीलवाड़ा जिले के आठ जने कार में महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज के लिए निकले थे। गुरुवार दोपहर तीन बजे जयपुर मार्ग पर मोखमपुरा के निकट जोधपुर आगार की रोडवेज बस का टायर फटने से अनिंयत्रित होकर डिवाइडर कूदकर विपरीत दिशा में आ गई। इस दौरान सामने से आ रही कार से टकरा गई। हादसे में कार में सवार भीलवाड़ा जिले के आठ युवकों की मौत हो गई।
हादसे में इनकी हुई मौत
हादसे में  बड़लियास निवासी दिनेश (23) पुत्र मदनलाल रेगर, मुकेश (25) पुत्र उदयलाल रेगर, किशन (45) पुत्र जानकीलाल चतुर्वेदी, रविकांत (30) पुत्र मदन मेवाड़ा, नारायण (28) पुत्र रामेश्वरलाल बैरवा और पलासिया निवासी शंकर (35) पुत्र नाथूलाल रेगर, प्रकाश (18) पुत्र घीसालाल मेवाड़ा, मुकुंदपुरिया निवासी प्रमोद (18) पुत्र मूलचंद सूथार की मौत हुई। 

 

अन्य सम्बंधित खबरे