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- ढोलीखेड़ा को ग्राम पंचायत गाडरमाला में ही रखने की मांग
- कलेक्टर से बोले ग्रामीण उनकी आपत्तियों पर करे विचार
भीलवाड़ा। जिले की ढोलीखेड़ा ग्राम पंचायत गाडरमाला (भोपालगढ़) के निवासियों ने ग्राम पंचायत के पुनर्गठन पर कड़ी आपत्ति जताई है। जिला कलेक्टर के 7 अप्रेल को जारी आदेश के तहत ढोलीखेड़ा को पुनर्गठित ग्राम पंचायत दुडिया में जोडऩे के निर्णय का ग्रामवासियों ने पुरजोर विरोध किया है। ग्रामवासियों ने अपनी सामूहिक आपत्ति दर्ज कराते हुए जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने ढोलीखेड़ा को पूर्ववत ग्राम पंचायत गाडरमाला (भोपालगढ़) में ही रखने का अनुरोध किया है। ज्ञापन में ग्रामवासियों ने कई महत्वपूर्ण कारण बताए हैं, जिनके आधार पर वे दुडिया पंचायत में शामिल होने का विरोध कर रहे हैं। ग्रामवासियों के अनुसार, ढोलीखेड़ा राजस्व ग्राम वर्षों से ग्राम पंचायत गाडरमाला (भोपालगढ़) का हिस्सा रहा है। गाडरमाला की दूरी ढोलीखेड़ा से मात्र 1.5 किलोमीटर है, जबकि दुडिया लगभग 4.5 किलोमीटर दूर है और वहां जाने के लिए कोई सीधा रास्ता भी नहीं है। दुडिया पहुंचने के लिए या तो गाडरमाला होकर जाना पड़ेगा या फिर आमली पंचायत के रास्ते से गुजरना होगा, जिससे ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी होगी। वर्तमान में गाडरमाला तक जाने वाला मार्ग डामरीकृत है, जिससे भीलवाड़ा शहर से कनेक्टिविटी आसान है और यातायात के साधन आसानी से उपलब्ध हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी ग्रामवासियों को गाडरमाला से जुड़ाव अधिक सुविधाजनक लगता है। ढोलीखेड़ा के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए गाडरमाला स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय जाना पड़ता है, जो उनके लिए सुगम है। स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में भी गाडरमाला में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) होने से बीमार और रोगियों को सुलभ और त्वरित इलाज मिल पाता है। शहरी मार्ग पर स्थित होने के कारण उच्च चिकित्सा सुविधा भी आसानी से उपलब्ध है। प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी ढोलीखेड़ा और गाडरमाला दोनों की तहसील भीलवाड़ा है, जिससे शासकीय कार्यों में आसानी होती है। प्रस्तावित ग्राम पंचायत दुडिया की तहसील हमीरगढ़ है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में देरी और ढोलीखेड़ा के लोगों को मानसिक परेशानी हो सकती है। ढोलीखेड़ा राजस्व ग्राम का पटवार मंडल भी गाडरमाला गोपालगढ़ में ही लगता है, जिससे पटवारी और पंचायती राज संबंधी कार्य एक ही स्थान पर हो जाते हैं। कानून व्यवस्था के संदर्भ में, ढोलीखेड़ा और गाडरमाला पंचायत का थाना कारोही है, जबकि देवली पंचायत का थाना क्षेत्र पुर लगता है। ग्रामवासियों का मानना है कि कारोही थाना क्षेत्र में रहने से आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश बना रहेगा। आर्थिक और सामाजिक रूप से भी ढोलीखेड़ा और गाडरमाला पंचायत की सहकारी समिति एक ही है, जिससे किसानों को लाभ और सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिलता है। इसके अलावा, ढोलीखेड़ा के राशन डीलर का केंद्र भी गाडरमाला में ही है, जिससे आम जनता को मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता में आसानी होती है। ग्रामवासियों ने जिला कलेक्टर से पुरजोर अपील की है कि उनकी आपत्तियों पर विचार किया जाए और ढोलीखेड़ा को ग्राम पंचायत गाडरमाला (भोपालगढ़) में ही यथावत रखा जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया गया, तो समस्त ग्रामवासी मताधिकार का बहिष्कार करेंगे और दुडिया पंचायत व देवली पंचायत में शामिल नहीं होंगे।
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