It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

औद्योगिक इकाइयों में घुसा बारिश का पानी, करोड़ों का नुकसान; उत्पादन ठप
By Lokjeewan Daily - 03-07-2025

- सनरक्षक व संगम सहित कई इकाईयां प्रभावित
-  उद्योगपतियों में चिंता का माहौल
भीलवाड़ा लोकजीवन। बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश ने शहर के औद्योगिक क्षेत्र को बुरी तरह से प्रभावित किया है। चित्तौड़ रोड स्थित प्रमुख औद्योगिक इकाइयों में बारिश का पानी घुस जाने से करोड़ों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। कई फैक्ट्रियों में उत्पादन ठप पड़ गया है, जिससे उद्योग जगत में हडक़ंप मच गया है। चित्तौड़ रोड पर स्थित सनरक्षक इंडिया इंडस्ट्रीज के प्रोसेस हाउस में कमर तक पानी भर गया। यहां रखे तैयार कपड़ों के हजारों लंप पानी में डूब गए, जिससे उन्हें भारी नुकसान पहुंचा है। कंपनी के प्रबंधक राजेंद्र सिंह ने बताया,  बारिश का पानी इतनी तेजी से आया कि हमें संभलने का मौका ही नहीं मिला। करोड़ों रुपये मूल्य के कपड़े के लंप पूरी तरह से भीग गए हैं और अब वे इस्तेमाल के लायक नहीं बचे हैं। इसके अलावा, हमारी महंगी मशीनरी में भी पानी घुस गया है, जिससे उन्हें भी भारी नुकसान पहुंचा है। हमें फिलहाल प्रोडक्शन हाउस बंद करना पड़ा है। नुकसान का आंकलन अभी जारी है, लेकिन यह करोड़ों में पहुंच सकता है। फैक्ट्री के अंदर हर तरफ पानी भरा हुआ है और कर्मचारी व मजदूर क्षतिग्रस्त सामानों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं संगम स्पिनर्स में भी काफी बरसाती पानी घुस गया। एचआर हेड श्री स्वामी ने बताया कि फैक्ट्री में भी कच्चे माल और तैयार उत्पादों को नुकसान पहुंचा है, साथ ही मशीनरी भी प्रभावित हुई है। उधर, पुराने औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री की दीवार ढह जाने से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन मलबे की चपेट में आने से दो कारें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। यह घटना देर रात की बताई जा रही है, जब फैक्ट्री में कोई मौजूद नहीं था।
सडक़ों पर जलभराव, आवागमन बाधित
औद्योगिक क्षेत्र की सडक़ों पर भी भारी जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कई स्थानों पर पानी घुटनों से लेकर कमर तक भरा हुआ है।  लोग अपनी बाइकों को धकेलते हुए पानी से निकले । लोग मोटरसाइकिल को पानी के बीच से निकालने की जद्दोजहद करते दिखें। भारी जलभराव के कारण औद्योगिक क्षेत्र में आवागमन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे श्रमिकों और कर्मचारियों को अपनी इकाइयों तक पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उधर इस आकस्मिक बाढ़ जैसी स्थिति न उद्योगपतियों में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। लगातार बारिश और जल निकासी की अपर्याप्त व्यवस्था के कारण हर साल मानसून में औद्योगिक इकाइयों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। उद्योग जगत ने प्रशासन से जल निकासी की स्थायी व्यवस्था करने और भविष्य में ऐसे नुकसान से बचाने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। यदि जल्द ही स्थिति पर काबू नहीं पाया गया और पानी की निकासी नहीं की गई तो औद्योगिक उत्पादन पर इसका गंभीर असर पड़ सकता है, जिससे लाखों श्रमिकों की रोजी-रोटी भी प्रभावित हो सकती है।

अन्य सम्बंधित खबरे