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भारी बारिश में जीवनदूत बनकर पहुंचे रक्तवीर, नवजातों को मिला नया जीवन
By Lokjeewan Daily - 03-07-2025

भीलवाड़ा लोकजीवन। घनघोर बारिश और आधी रात का वक्त... जब पूरा शहर नींद की आगोश में था, तब राजकीय महात्मा गांधी चिकित्सालय में दो नन्हीं जिंदगियां पीलिया से जूझ रही थीं। इन नवजातों के शरीर का पूरा रक्त बदलने के लिए  ओ नेगेटिव जैसे दुर्लभ रक्त समूह की तत्काल आवश्यकता थी। ऐसे विकट समय में, सहयोग सेवार्थ फाउंडेशन से जुड़े रक्तवीरो  ने फरिश्ता बनकर इन बच्चों को नया जीवन दिया। पहला मामला बेबी ऑफ पुष्पा का है, जो मात्र दो दिन की थी और गंभीर पीलिया से ग्रसित थी। पूरे शरीर का रक्त बदलने के लिए ओ नेगेटिवरक्त की दो यूनिट तुरंत चाहिए थीं। परिजनों ने जब सहयोग सेवार्थ फाउंडेशन से संपर्क किया,  तो फांउडेशन के सचिव गोपाल विजयवर्गीय ने अंकुर मानसिंहका और चंद्रप्रकाश नंदवानी को फोन किया दोनों ने बिना किसी विलंब के अपना जज्बा दिखाया। तेज बारिश के बावजूद, वे तत्काल राजकीय महात्मा गांधी ब्लड बैंक पहुंचे और रक्तदान कर मासूम की जान बचाई। इसी तरह, देर रात 12.40 बजे बेबी ऑफ सुशीला के लिए भी ओ नेगेटिव रक्त की दो यूनिट की अर्जेंट आवश्यकता थी।  फाउंडेशन के आह्वान पर दो रक्तवीर आए। मयंक तोमर ने एक छोटे से अनुरोध पर तुरंत ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान किया। वहीं, सुरेश जांगिड़ पालड़ी के पास आने-जाने का साधन न होने और भारी बारिश के कारण फाउंडेशन ने उनके लिए कार भेजकर उन्हें ब्लड बैंक तक पहुंचाया, जहां उन्होंने भी अपना अमूल्य रक्त समर्पित किया। सहयोग सेवार्थ फाउंडेशन ने उनके इस अतुलनीय जज्बे को सलाम किया है। साथ ही, राजकीय महात्मा गांधी ब्लड बैंक स्टाफ का भी आभार व्यक्त किया गया है।

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