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जहाजपुर में युवक की मौत के बाद तनाव: एक की गिरफ्तारी, मोहर्रम स्थगित, हिंदू संगठन सड़कों पर
By Lokjeewan Daily - 05-07-2025

भीलवाड़ा /जहाजपुर लोकजीवन।   टोंक के छावनी से जहाजपुर आए एक युवक सीताराम कीर (25) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद जहाजपुर में माहौल गरमा गया है। कार और ठेले की टक्कर के बाद हुए विवाद में हुई इस मौत ने कस्बे में तनाव पैदा कर दिया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र यादव भी मौके पर पहुंचे और लोगों से समझाइश की। देर रात 16 नामजद सहित 20 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है, और पुलिस ने एक आरोपी, ठेले वाले शरीफ पुत्र चांद मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया है। विधायक गोपीचंद मीणा ने भी घटना स्थल का दौरा कर मृतक परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है और घोषणा की है कि कल मोहर्रम का जुलूस जहाजपुर में नहीं निकलेगा।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, सीताराम कीर अपने तीन साथियों सिकंदर, दिलखुश और दीपक के साथ कार से जहाजपुर आए थे। बाजार से गुजरते समय उनकी कार एक ठेले से टकरा गई। सिकंदर कीर ने आरोप लगाया कि ठेले वाले से कहासुनी के बाद करीब 15-20 लोगों ने उन पर हमला कर दिया, जिसमें सीताराम की मौत हो गई। वायरल हुए एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कार के ठेले से टकराने के बाद भीड़ जमा हो गई और युवक को कार से खींचकर बाहर निकाला गया, जिसके बाद वह जमीन पर गिर गया और उसमें कोई हलचल नहीं दिखी।

पुलिस कार्रवाई और शुरुआती जांच

मारपीट की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को तुरंत मोर्चरी भिजवाया। हालांकि, सीताराम के साथ आए दिलखुश, सिकंदर और दीपक को पुलिस थाने ले गई, जहां उन्हें करीब डेढ़ घंटे तक बिठाए रखा गया। पुलिस अधीक्षक के आने के बाद ही उन्हें छोड़ा गया। देर रात पुलिस ने इस मामले में ठेले वाले शरीफ पुत्र चांद मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी नरेंद्र कुमार पारीक ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर 8-10 थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है।

हिंदू संगठनों का आक्रोश और मांगें

सीताराम की मौत के बाद कीर समाज के साथ-साथ हिंदू समाज के कई संगठनों के लोग अस्पताल में जमा हो गए। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने इस घटना को लेकर कड़ा विरोध जताया है। विहिप के चित्तौड़ प्रांत विभाग मंत्री विजय ओझा ने प्रशासन की लापरवाही को मौत का कारण बताया और कहा कि इससे हिंदू समाज में भारी आक्रोश है। उन्होंने चेतावनी दी है कि भीलवाड़ा जिले में मोहर्रम के दिन ताजिए नहीं निकलने दिए जाएंगे। समग्र हिंदू समाज और हिंदू संगठनों से जुड़े लोग आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, मृतक के शव का विशेष डॉक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम, मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, और आरोपियों के घरों व तकिया मस्जिद के अवैध हिस्से पर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे हैं। संगठनों ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया जाएगा और आंदोलन जारी रहेगा।

विधायक मीणा का हस्तक्षेप और मोहर्रम स्थगित

आज सुबह जहाजपुर में धरना प्रदर्शन के दौरान विधायक गोपीचंद मीणा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों से बात कर मृतक के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। विधायक मीणा ने व्यक्तिगत रूप से घटना पर दुख व्यक्त करते हुए यह भी घोषणा की कि जहाजपुर में कल मोहर्रम का जुलूस नहीं निकलेगा। यह निर्णय क्षेत्र में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए लिया गया है।

कस्बे में बंद और सुरक्षा व्यवस्था

सीताराम की मौत के बाद आज जहाजपुर कस्बा पूरी तरह से बंद रहा। एहतियात के तौर पर कस्बे में जगह-जगह भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। जहाजपुर चिकित्सालय के बाहर कल से ही महिला-पुरुषों की भारी भीड़ जमा है, जो अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही है।

स्थगित हुए धार्मिक कार्यक्रम

इस तनावपूर्ण माहौल के चलते शनिवार को किले पर ले जाए जाने वाले पीतांबर श्याम के बेवाण के कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया गया है। यह बेवाण 14 सितंबर से कल्याणजी मंदिर में रखा हुआ था, जिसे शनिवार को ले जाना था। पुलिस और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने और आगे किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रयासरत हैं। क्या पुलिस जल्द से जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पाएगी और मृतक के परिवार को न्याय मिल पाएगा, यह देखना बाकी है।

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