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प्रजापति समाज ने किया कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, श्रीयादे माटी कला बोर्ड में अध्यक्ष बदलने की मांग
By Lokjeewan Daily - 06-08-2025

भीलवाड़ा लोकजीवन।  आवा-कजावा संघर्ष समिति, भीलवाड़ा के बैनर तले समस्त प्रजापति/कुम्हार समाज ने  जिला कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें समाज ने चिमनी ईंट भट्टा उद्योग वालों की मनमानी पर रोक लगाने और आवा-कजावा भट्टों पर किसी भी तरह की पाबंदी न लगाने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि आवा-कजावा भट्टे प्रजापति समाज के पारंपरिक लघु उद्योग का हिस्सा हैं, जिनसे हजारों परिवार अपना जीवनयापन करते हैं। समाज ने सरकार से मिट्टी दोहन की छूट जारी रखने और किसी भी तरह की रॉयल्टी न लगाने की अपील की है। साथ ही, समाज ने ईंट भट्टा यूनियन द्वारा दिए गए ज्ञापन का विरोध करते हुए कहा कि चिमनी भट्टों से प्रतिस्पर्धा से उनके लघु उद्योग पर संकट आ गया है। ज्ञापन में सबसे प्रमुख मांग श्रीयादे माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष पद को लेकर की गई। समाज का आरोप है कि बोर्ड की स्थापना के बाद से अध्यक्ष पद पर हमेशा कुमावत समाज के व्यक्ति को बैठाया गया है, जिससे समाज को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में अध्यक्ष  प्रहलाद राय टांक को हटाने और किसी कुम्हार/प्रजापति समाज के व्यक्ति को यह जिम्मेदारी देने की मांग की गई है ताकि समाज की कला और लघु उद्योगों को बढ़ावा मिल सके। इसके अलावा  देवनारायण बोर्ड की तर्ज पर प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं के लिए स्कूटी वितरण और छात्रवृत्ति योजना शुरू की जाए। Ÿ  समाज की कुल देवी श्रीयादे माता की जयंती (माघ सुदी तीज) पर राजकीय अवकाश घोषित किया जाए।  मिट्टी के बर्तन और खिलौने बेचने के लिए जिला और तहसील स्तर पर अलग से हाट बाजार आवंटित किए जाएं। शहरी क्षेत्रों में छात्रों के लिए छात्रावास निर्माण हेतु भूमि आवंटित की जाए।  लघु उद्योग को बचाने के लिए मिट्टी दोहन पर पाबंदी न लगाई जाए और सरकार द्वारा सभी करों से छूट प्रदान की जाए। समाज ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो हजारों परिवार बेरोजगार हो जाएंगे और उनका पारंपरिक व्यवसाय बंद होने के कगार पर आ जाएगा। ज्ञापन की प्रतियां भीलवाड़ा के समस्त विधायकों को भी भेजी गई हैं। 

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