It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

जालमपुरा में वन भूमि पर अवैध कटाई का आरोप, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
By Lokjeewan Daily - 11-08-2025

भीलवाड़ा लोकजीवन। जिले की हुरड़ा तहसील स्थित ग्राम पंचायत जालमपुरा हुरड़ा में वन भूमि और चरागाह पर अवैध कटाई और तस्करी का गंभीर मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने इस संबंध में जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें इस अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया गया है  कि जालमपुरा के चरागाह में लगभग 35 बीघा जमीन पर हजारों पेड़ लगे हुए थे, जिन्हें पिछले 25-30 सालों से ग्रामीणों ने अपनी मेहनत से पाला था। इनमें कई तरह की प्रजातियां थीं जैसे नीम, ढाक, पलास, और खेर। इन पेड़ों ने न केवल पर्यावरण को सुंदर बनाया था, बल्कि ये क्षेत्र की हरियाली और वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण आश्रय भी थे।लेकिन, 26-27 जुलाई की रात को कुछ अज्ञात लोगों ने भारी मशीनों और 50-60 मजदूरों की मदद से इन पेड़ों को अवैध रूप से काट डाला। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना किसी अनुमति के 1000 से अधिक पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया गया, जिससे पूरी 35 बीघा भूमि सपाट हो गई। ग्रामीणों ने इस बात पर गहरा दुख व्यक्त किया है कि जहां एक तरफ राजस्थान सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए  एक पेड़ मां के नाम जैसे अभियान चला रही है, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इस तरह के गैरकानूनी काम कर रहे हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि यह कृत्य न सिर्फ पर्यावरण के खिलाफ एक जघन्य अपराध है, बल्कि ग्रामीणों की सालों की मेहनत का भी अपमान है। ज्ञापन के अंत में समस्त ग्रामवासियों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि इस मामले की तुरंत जांच कराई जाए। ग्रामीणों ने ज्ञापन में अपील की है कि इस अपराध में शामिल सभी व्यक्तियों और गिरोह के खिलाफ एक जांच कमेटी नियुक्त कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे आगे और सख्त कदम उठाएंगे। इस घटना ने पूरे गांव में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। ज्ञापन दिनांक 11 अगस्त 2025 को दिया गया है।

अन्य सम्बंधित खबरे