It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

भीलवाड़ा में DGGI की 'महाछापेमारी': भाजपा नेता के बेटे समेत कई बड़े कारोबारी घेरे में, ₹10 करोड़ की GST चोरी का खुलासा!
By Lokjeewan Daily - 28-08-2025

भीलवाड़ा, लोकजीवन। केंद्रीय जांच एजेंसी महानिदेशालय जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) की जयपुर जोनल यूनिट ने गुरुवार को भीलवाड़ा के कपड़ा उद्योग जगत में एक बड़ी हलचल मचा दी। जीएसटी चोरी और फर्जी बिलिंग के एक विशाल नेटवर्क का पर्दाफाश करने के उद्देश्य से DGGI की विशेष टीमों ने शहर के 10 से अधिक प्रमुख व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और प्रोसेस हाउसों पर एक साथ धावा बोला। इस समन्वित कार्रवाई को राज्य में जीएसटी कर चोरी के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
जांच का मुख्य केंद्र पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण डाड के बेटे निखिल डाड के ठिकाने थे, जहां DGGI की टीमों ने सघन तलाशी ली। सूत्रों के मुताबिक, जांच अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और अन्य सबूत मिले हैं, जिनका गहन विश्लेषण किया जा रहा है। इन दस्तावेजों से फर्जी बिलिंग और इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के दुरुपयोग के एक बड़े खेल का खुलासा होने की संभावना है।
माहेश्वरी केमिकल पर भी शिकंजा: अनुज सोमानी जांच के घेरे में
छापेमारी के दायरे में सिर्फ निखिल डाड ही नहीं, बल्कि माहेश्वरी केमिकल से जुड़े अनुज सोमानी का नाम भी सामने आया है। DGGI की टीमें उनके ठिकानों पर भी जांच कर रही हैं। यह कार्रवाई दर्शाती है कि जांच एजेंसी किसी एक व्यक्ति या समूह तक सीमित नहीं है, बल्कि एक पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में काम कर रही है। प्रारंभिक जांच में अब तक 10 करोड़ रुपए से अधिक की जीएसटी कर चोरी का खुलासा हो चुका है। हालांकि, माना जा रहा है कि दस्तावेजों की गहन छानबीन के बाद यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
फर्जी बिलिंग का 'खेल': ऐसे लगता है सरकार को चूना
जीएसटी चोरी का यह गोरखधंधा अक्सर फर्जी बिलों के जरिए अंजाम दिया जाता है। कारोबारी बिना माल की खरीद-फरोख्त किए सिर्फ फर्जी बिलों का लेन-देन करते हैं। इन बिलों का इस्तेमाल कर वे सरकार से इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का दावा करते हैं, जिससे उन्हें अपनी टैक्स देनदारी कम करने में मदद मिलती है। इस तरह, वे बिना किसी वास्तविक व्यापारिक गतिविधि के करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी कर लेते हैं। DGGI की यह कार्रवाई इसी तरह के रैकेट का पर्दाफाश करने के लिए की गई है।
DGGI के अधिकारी इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। इस कार्रवाई से भीलवाड़ा के औद्योगिक और व्यावसायिक जगत में हड़कंप मच गया है, और यह संदेश गया है कि जीएसटी नियमों का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

 

अन्य सम्बंधित खबरे