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मेडिकल एजुकेशन सेक्रेटरी ने किया 230 बेड की नई मल्टीस्पेशियलिटी बिल्डिंग का निरीक्षण
By Lokjeewan Daily - 06-09-2025

- नई बिल्डिंग में एक की बजाय दो लिफ्ट की बताई जरूरत
- अधीक्षक ने बिल्डिंग शुरू करने के लिए मांगा मैनपावर 
भीलवाड़ा। शहर के महात्मा गांधी अस्पताल परिसर में नवनिर्मित 230 बेड की नई मल्टीस्पेशियलिटी बिल्डिंग का शुक्रवार को मेडिकल एजुकेशन सेक्रेटरी अंबरीश कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों का जायजा लिया और पाई गई कमियों पर सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अंबरीश कुमार ने पाया कि इतने लंबे समय से चल रहे निर्माण के बावजूद भी बिल्डिंग में मरीजों के लिए कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने एक बड़े रैंप की जगह दो अलग-अलग रैंप बनाने की सलाह दी और चार मंजिला इमारत के लिए दो लिफ्ट की आवश्यकता पर जोर दिया। निरीक्षण के दौरान एक दिलचस्प वाकया भी हुआ। अचानक बिजली गुल होने से पूरी बिल्डिंग में करीब 20 मिनट तक अंधेरा छा गया। इस दौरान अधिकारियों को मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में ही काम देखना पड़ा। हालांकि, जब अधिकारियों को यह पता चला कि पूरे शहर की बिजली बंद थी, तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
अस्पताल प्रशासन ने रखी प्रमुख मांगें

निरीक्षण के बाद महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार गौड़ ने मेडिकल एजुकेशन सेक्र ेटरी के सामने कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं। उन्होंने 230 बेड की इस नई बिल्डिंग को शुरू करने के लिए तत्काल उपकरण, फर्नीचर और सबसे महत्वपूर्ण मैनपावर की मांग की। डॉ. गौड़ ने आरएसआरडीसी को जल्द से जल्द बिल्डिंग हैंडओवर करने के निर्देश देने का आग्रह भी किया। साथ ही, उन्होंने नई बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर को छोडक़र बाकी तीन मंजिलों को वातानुकूलित (एयर कंडीशन) करने का आग्रह किया, ताकि गर्मियों में मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो।
नई मशीनें मिलेंगी, क्रिटिकल ब्लॉक भी होगा संचालित
निरीक्षण के दौरान सचिव अंबरीश कुमार ने बताया कि अस्पताल को एक नई 256 स्लाइस की एडवांस सीटी स्कैन मशीन दी जाएगी, जो अभी उपयोग की जा रही 16 स्लाइस की मशीन से काफी बेहतर होगी। इस पर अस्पताल प्रशासन ने एक नई एमआरआई मशीन की भी मांग रखी, ताकि उन्हें पीपीपी मोड पर संचालित मशीन पर निर्भर न रहना पड़े। डॉ. गौड़ ने सचिव को अस्पताल परिसर में मोर्चरी के पास  एमसीएच विंग से जुड़े क्रिटिकल ब्लॉक के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह ब्लॉक मैक्स विंग से कनेक्ट होगा और यहां आईसीयू संचालित किया जाएगा, जिसके लिए उपकरण, फर्नीचर और मैनपावर की आवश्यकता है। इस बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। इस मौके पर अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़, मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वर्षा सिंह और अन्य स्टाफ सदस्य भी मौजूद थे।

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