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देवउठनी एकादशी पर शुरू होगा विवाह का बंपर सीजन, बाज़ार हुए गुलजार
By Lokjeewan Daily - 28-10-2025

भीलवाड़ा लोकजीवन (लोकेश सोनी)। शुभ और मांगलिक कार्यों पर लगा चार महीने लंबा विराम अब समाप्त होने जा रहा है। भगवान विष्णु की चार माह की योगनिद्रा (चातुर्मास) का समापन इस साल 2 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ होगा। इस खास दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागेंगे और इसके साथ ही भीलवाड़ा शहर सहित पूरे अंचल में एक बार फिर से शहनाइयों की गूंज सुनाई देने लगेगी।
पेंच के बालाजी मंदिर के महंत पंडित आशुतोष शर्मा के अनुसार, देवउठनी एकादशी का व्रत  उदया तिथि के कारण 2 नवंबर को एकादशी मान्य को किया जाएगा। यह दिन विवाह के लिए अबूझ सावे के रूप में माना जाता है। इस दिन बिना किसी मुहूर्त के विवाह किए जा सकते हैं, जिसे सबसे शुभ माना जाता है। इसी दिन शाम को भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का विवाह संपन्न कराया जाएगा, जो विवाह सीजन की औपचारिक शुरुआत का प्रतीक होगा।शादियों का सीजन शुरू होने की खबर से स्थानीय बाजारों में भी रौनक लौट आई है। पिछले चार माह से ठहरे हुए कारोबार को अब गति मिलने की उम्मीद है। शादी की खरीदारी शुरू होने से कपड़ा बाजार, साडय़िों के शोरूम और सोने-चांदी के आभूषणों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ बढऩे लगी है। होटल, मैरिज गार्डन, कैटरिंग और बैंड-बाजा संचालकों की एडवांस बुकिंग फुल हो चुकी है। इवेंट मैनेजमेंट से जुड़े लोगों को अब फुर्सत नहीं मिलेगी। टेंट और डेकोरेशन का सामान उपलब्ध कराने वाले व्यवसायियों के पास बंपर काम आ रहा है। फर्नीचर, क्रॉकरी और लाइट-साउंड सेवाओं की मांग भी चरम पर है। कारोबारियों का मानना है कि इस सीजन में व्यापार का अच्छा उछाल देखने को मिलेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
इस साल विवाह के कम मुहूर्त, दिसंबर में ब्रेक

पंचांग के अनुसार, इस साल विवाह के लिए शुभ मुहूर्त थोड़े कम हैं। नवंबर महीने में देवउठनी एकादशी के साथ विवाह शुरू होने के बाद कई शुभ मुहूर्त रहेंगे, लेकिन दिसंबर में 16 दिसंबर से धनु संक्रांति (मलमास) शुरू हो जाएगा, जिसके कारण एक बार फिर मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। ऐसे में नवंबर में ही बड़ी संख्या में विवाह संपन्न होंगे, जिससे शादियों का दबाव बढ़ेगा और सभी सेवाओं की मांग अचानक से बढ़ जाएगी।
नवंबर माह में विवाह मुहूर्त 
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, देवउठनी एकादशी के बाद नवंबर माह में विवाह के लिए कई शुभ तिथियां हैं, जिनमें 2, 3, 5, 8, 12, 13, 16, 17 और 18 नवंबर प्रमुख हैं। कम मुहूर्त होने के कारण लोग इन तिथियों पर बुकिंग पाने के लिए अभी से भागदौड़ कर रहे हैं।  

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