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डबल अटैक' वाली सर्दी: दिन में धूप की राहत, रात में कंपकपी, पारा 11 डिग्री पर लुढ़का
By Lokjeewan Daily - 13-11-2025

भीलवाड़ा लोकजीवन। जिले में अब सर्दी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं, जिसके चलते शहर का मौसम खुशनुमा बना हुआ है, लेकिन सुबह और शाम को पड़ रही तेज़ ठंडक लोगों को अचानक ऊनी कपड़े निकालने पर मजबूर कर रही है। पश्चिमी विक्षोभ के असर के बाद मौसम में आए बदलाव से पारा तेजी से नीचे लुढ़का है। बुधवार को शहर का न्यूनतम तापमान 11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा। शहर में अब दोहरी मौसमी स्थिति बन गई है, जिसमें दिन में तेज़ धूप राहत देती है और चाय की चुस्कियों संग दिन की शुरुआत होती है, लेकिन रात होते ही सर्दी बेतहाशा बढ़ जाती है, जिससे कंपकपी छूटने लगती है।  बढ़ती सर्दी के चलते अब शहर के लोगों की दिनचर्या में भी बदलाव आ गया है। सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकलने वालों की संख्या कम हुई है, और लोग देर तक घरों में दुबके रहना पसंद कर रहे हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों और काम पर निकलने वाले लोगों को सबसे ज़्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं शाम ढलते ही बाज़ारों में चहल-पहल कम हो जाती है, जबकि रात में कढ़ाही के दूध की दुकानों पर गर्मागर्म दूध पीने वालों की भीड़ बढ़ जाती है। तापमान में इस उतार-चढ़ाव ने मौसमी बीमारियों को भी बढ़ा दिया है, जिसके कारण अस्पताल और निजी क्लिनिकों में सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार के मरीज़ ज़्यादा देखे जा रहे हैं। डॉक्टरों ने विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने और ठंडी चीजें न खाने की सलाह दी है।

ठंड बढ़ने के साथ ही भीलवाड़ा के बाज़ार में अब गर्म कपड़ों की मांग एकाएक बढ़ गई है। शहर के प्रमुख बाज़ारों में ऊनी जैकेट, स्वेटर, शॉल और हीटरों की बिक्री तेज़ हो गई है। दूसरी ओर, यह मौसम किसानों के लिए भी वरदान साबित हो रहा है। सब्जी मंडी में पालक, मेथी और गाजर जैसी मौसमी सब्जियों की आवक बढ़ गई है, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी लौटी है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, मौजूदा तापमान रबी की फसलों, खासकर गेहूं और सरसों के लिए काफी अनुकूल माना जा रहा है। सर्दी के बढ़ते असर के साथ ही खेतों में रबी फसलों की बुवाई के काम ने रफ्तार पकड़ ली है, जो किसानों के लिए अच्छी खबर है। बीते दस दिनों में तापमान पर नज़र डालें तो 2 नवंबर को अधिकतम 31.4 और न्यूनतम 19.8 डिग्री सेल्सियस था, जो 3 नवंबर को क्रमशः 30.5 और 18.1 डिग्री सेल्सियस, 4 नवंबर को 30.0 और 21.09 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके बाद 5 नवंबर को 29.08 और 16.04, 6 नवंबर को 27.02 और 14.06, तथा 7 नवंबर को 28.05 और 11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 8 नवंबर को अधिकतम 29.0 और न्यूनतम 10.04 डिग्री सेल्सियस, 9 नवंबर को 28.04 और 11.06 डिग्री सेल्सियस, 10 नवंबर को 29.06 और 11.06 डिग्री सेल्सियस, और 11 नवंबर को 28.05 और 12.04 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जो स्पष्ट तौर पर न्यूनतम तापमान में आई भारी गिरावट को दर्शाता है।

 

बाजारों में दूध-जलेबी और चाट-पकौड़ी स्टॉल पर बढ़ी भीड़

ठंड बढ़ने के साथ ही रात को शहर की सड़कों पर दूध-जलेबी और दिन में चाट-पकौड़ी की दुकानों पर लोगों का जमावड़ा भी बढ़ गया है। शहर की प्रमुख सड़कों और बाजारों पर दूध-जलेबी और चाट-पकौड़ी स्टॉल पर लोगों की भीड़ बढ़ गई है। गरमा-गरम दूध और ताज़ा जलेबी का आनंद लेने लोग दोस्तों और परिवार के साथ यहाँ आते हैं। अब यह नज़ारा ठंडी रातों की पहचान बन गया है।
मौसम विभाग ने बताया कि अगले एक सप्ताह तक मौसम साफ और शुष्क रहेगा, लेकिन अधिकतम तापमान में 1-2 डिग्री और न्यूनतम तापमान में करीब 5 डिग्री की गिरावट हो सकती है। इसका मतलब है कि अगले हफ्ते दिन और रात दोनों समय ठंड बढ़ जाएगी।

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