
It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.
Please update to continue or install another browser.
Update Google Chromeब्रेकिंग न्यूज़
भीलवाड़ा। शहर के नजदीक कोठारी नदी किनारे शनिवार सुबह हुआ हादसा पूरे क्षेत्र के लिए गहरी पीड़ा छोड़ गया। कामधेनु बालाजी मंदिर के पीछे बजरी/मिट्टी की खुदाई के दौरान अचानक मिट्टी की ढाय धंस गई, जिसमें चार में से दो युवक दब गए और उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों की पहचान दीप सिंह (27) पुत्र भंवरसिंह रावणा राजपूत एवं पूरण (19) पुत्र दुर्गालाल बावरिया निवासी भीलवाड़ा के रूप में हुई है। पुलिस ने शवों को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। प्रत्यक्षदर्शियों राजू रैगर और सोहेल मोहम्मद के अनुसार सुबह यह युवक ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर नदी में मिट्टी निकाल रहे थे। इसी दौरान अचानक ऊपरी हिस्सा ढह गया और दीप सिंह व पूरण नीचे दब गए। दोनों को बाहर निकालने के लिए ग्रामीणों व पुलिस ने रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद क्षेत्र में यह सवाल उठने लगे कि आखिर बिना सुरक्षा इंतजामों के नदी में खुदाई क्यों कराई जा रही थी? स्थानीय लोगों ने बताया कि कई दिनों से इस क्षेत्र में मिट्टी व बजरी का काम चल रहा था, लेकिन सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा गया। नदी किनारे लगातार हो रही अवैध खुदाई का आरोप भी सामने आया है, जिस पर प्रशासन की प्रक्रियात्मक कार्रवाई को लेकर चर्चा तेज है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय पर निगरानी और उचित निर्देश दिए जाते तो शायद यह बड़ा हादसा टल सकता था। घटना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और आसपास का मुआयना किया। पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर लिया है और यह जांच की जा रही है कि खुदाई वैध थी या अवैध। साथ ही मौके पर मौजूद अन्य दो युवकों के बयान भी लिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया लापरवाही का मामला प्रतीत होता है, और जांच रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे से मृतकों के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। गांव में शोक की लहर फैल गई है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि घटनास्थल पर अनियंत्रित खुदाई पर रोक लगे और दोषियों को कठोर दंड मिले, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
कोठारी नदी किनारे इस प्रकार की दुर्घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं, लेकिन इस बार दो युवा मजदूरों की मौत ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। अब देखने वाली बात होगी कि जांच के बाद प्रशासन क्या कदम उठाता है और क्या इस तरह के हादसों पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण हो सकेगा।
कांग्रेस का हर कदम सत्ता प्रेरित : शेखावत . . .
2025-11-22 14:03:00
राजस्थान में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल : 48 IAS अधिकारियों के तबादले, . . .
2025-11-22 14:01:00
राजस्थान के सभी 41 जिलों में पंचायत पुनर्गठन और नई पंचायतें बनान . . .
2025-11-22 13:25:30
जावेद अली की प्रस्तुति ने धारव उत्सव को बनाया खास . . .
2025-11-22 13:36:48
अमायरा केस में बढ़ा ग़ुस्सा, 22 नवम्बर को बड़ा विरोध प्रदर्शन . . .
2025-11-21 12:38:23
भूमि आवंटन पर बड़ी कार्रवाई : जेडीए की समिति ने लिए कई अहम फैसले . . .
2025-11-21 12:36:02