
It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.
Please update to continue or install another browser.
Update Google Chromeब्रेकिंग न्यूज़
भीलवाड़ा। महात्मा गांधी अस्पताल के आउटडोर में मरीजों की भीड़ के कारण अव्यवस्था का माहौल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अस्पताल में मरीजों की लंबी और अनियंत्रित कतारें फैली हुई हैं, जिससे सामान्य आवाजाही भी मुश्किल हो गई है। सबसे बड़ी परेशानी हर मंगलवार और शुक्रवार को सामने आती है। इन दो दिनों में न्यूरो फिजिशियन का आउटडोर होता है, जिसके चलते न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से जूझ रहे मरीजों की एक बड़ी संख्या इलाज के लिए अस्पताल पहुंचती है। इस भारी भीड़ का सीधा असर उन स्ट्रेचर मरीजों पर पड़ रहा है, जिन्हें तत्काल सहायता की आवश्यकता होती है। उन्हें भीड़ के बीच से निकलने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है, जिससे उनका और उनके परिजनों का कष्ट दोगुना हो गया है। हैरानी की बात यह है कि अस्पताल प्रशासन ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक दर्जन से अधिक होमगार्ड कर्मियों को तैनात किया हुआ है। इसके बावजूद, भीड़ को नियंत्रित करने में ये सुरक्षाकर्मी पूरी तरह बेबस नजर आते हैं। आउटडोर में भी होमगार्डकर्मी मौजूद रहते हैं, लेकिन अनियंत्रित भीड़ के आगे उनकी कोशिशें नाकाफी साबित हो रही हैं। मंगलवार सुबह भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। भीड़ से मरीज काफी परेशान रहे। आम मरीजों का कहना है कि उन्हें डॉक्टरों से परामर्श लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है, और गलियारे में खड़े रहने से उनकी तकलीफें और बढ़ रही हैं। मरीजों और उनके रिश्तेदारों ने प्रशासन से इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान देने और व्यवस्था को सुचारू बनाने की मांग की है, ताकि आपातकालीन और गंभीर स्ट्रेचर मरीजों को प्राथमिकता मिल सके और सामान्य मरीज भी बिना परेशानी के इलाज करा सकें।
आमजन की समस्याओं का त्वरित समाधान करें अधिकारी : भजनलाल शर्मा . . .
2025-11-24 15:18:02
राजस्थान बना उद्योगों की पहली पसंद : निवेश का नया रिकॉर्ड, प्रक् . . .
2025-11-24 15:16:13
पंच गौरव के अंतर्गत निर्धारित कार्ययोजना की समयबद्ध पालना हो सुनि . . .
2025-11-24 15:09:41
मुख्य सचिव वी.श्रीनिवास ने की राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट . . .
2025-11-24 15:06:43
जावेद अली की प्रस्तुति ने धारव उत्सव को बनाया खास . . .
2025-11-22 13:36:48
अमायरा केस में बढ़ा ग़ुस्सा, 22 नवम्बर को बड़ा विरोध प्रदर्शन . . .
2025-11-21 12:38:23