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अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर शांति संदेश मंचने मनाया सद्भावना दिवस
By Lokjeewan Daily - 05-12-2025

भीलवाड़ा। शांति संदेश मंच द्वारा शुक्रवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर सद्भावना दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भीलवाड़ा के विधायक अशोक कोठारी ने डॉ. अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए की। विधायक कोठारी ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. अंबेडकर ने भारत को जो संविधान दिया है, उसने विश्व में देश का परचम लहराया है। उन्होंने संविधान को हमें एक सूत्र में बांधने वाला मंत्र बताते हुए प्रत्येक भारतवासी से इसकी पालना करने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संविधान की दृष्टि में भारत में जन्म लेने वाला कोई भी व्यक्ति न छोटा है न बड़ा है, हम सभी संविधान का सम्मान करते हैं। शिक्षित होने का दिया नारा: पूर्व सभापति मधु जाजू ने डॉ. अंबेडकर के संघर्षपूर्ण जीवन को याद करते हुए कहा कि गरीब परिवार में जन्म लेकर भी उन्होंने अपने दम पर शिक्षित होने का नारा दिया। उन्होंने अंबेडकर जी के प्रसिद्ध कथन को दोहराया: "शिक्षा शेरनी का वह दूध है जो पियेगा, वह दहाड़ेगा।" अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ज्ञानमल खटीक ने भी शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि भले ही रोटी कम खाओ, मगर अपनी आने वाली पीढ़ी को पढ़ाओ-लिखाओ।मधुबाला महाजन ने डॉ. अंबेडकर को महापुरुष बताते हुए उन्हें भारत देश के लिए गौरव की बात कहा।  कार्यक्रम में पूर्व कमिश्नर कालू खान, रतन डागर, प्रदीप सांखला, भेरू टाक, मेवाराम खोईवाल, राजेश मल्होत्रा, कमल कोच बांदा, लक्ष्मण लोट, दीपमाला लोट, भेरू जोशी, अनिल जाट, राधेश्याम गुर्जर, और राजेश पाटनी, महावीर धाकड़, पूर्व पार्षद हनीफ छिपा, राजेंद्र चपलोत सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।  कार्यक्रम के अंत में शांति संदेश मंच के अध्यक्ष एवं संस्थापक राजू केसर सिंह चन्नाल ने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और धन्यवाद ज्ञापित किया।

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