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इंसाफ के कुएं में डूबती उम्मीदें, मनीषा हत्याकांड में पुलिस के वादे फेल
By Lokjeewan Daily - 29-12-2025

- अब उग्र आंदोलन की पदचाप
- कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन
भीलवाड़ा। न्याय की मांग जब फाइलों में दबने लगे और प्रशासन के आश्वासन सिर्फ वक्त काटने का जरिया बन जाएं, तो समाज का आक्रोश सडक़ों पर सैलाब बनकर फूटता है। ग्राम अंटाली की बेटी मनीषा भाटी के हत्याकांड में भी कुछ ऐसा ही मंजर देखने को मिल रहा है, जहां श्री राष्ट्रीय चामुण्डा सेना ने पुलिस की कछुआ चाल और प्रशासन की वादाखिलाफी के खिलाफ अब आर-पार की जंग का ऐलान कर दिया है। जिला कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में संगठन ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि 7 दिन में कातिल सलाखों के पीछे नहीं हुए, तो राजस्थान जन-आंदोलन की आग में सुलगने को मजबूर होगा। उल्लेखनीय है कि खाकी पर अविश्वास उस वक्त गहरा गया जब 19 अक्टूबर को मनीषा की गुमशुदगी के बाद परिजनों द्वारा नामजद शक जताने के बावजूद पुलिस ने आरोपी को महज एक दिन में रिहा कर दिया। इसके बाद 23 अक्टूबर को अंटाली के पास खारी नदी के कुएं में मनीषा का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सिस्टम की संवेदनहीनता और पुलिस की सुस्ती के खिलाफ 24 अक्टूबर को सर्व समाज ने जब मोर्चा खोला, तब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और उपखंड अधिकारी ने 15 दिन म रिपोर्ट लाने और केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का लिखित भरोसा दिया था।
मगर अफसोस, प्रशासन की वह डेडलाइन बीत चुकी है और रिपोर्ट के नाम पर अब भी तारीख पर तारीख का खेल जारी है। संगठन के संस्थापक नरेन्द्र सिंह भाटी, प्रदेश अध्यक्ष बालकिशन सिंह चौहान और संगठन प्रमुख भैरू सिंह राजावत ने रोष जताते हुए कहा कि आज तक न तो हत्यारों का सुराग लगा है और न ही प्रशासन अपने वादे पर खरा उतरा है। अब धैर्य का बांध टूट चुका है और अंटाली से न्याय की जो हुंकार उठी है, वह 7 दिन के भीतर ठोस कार्रवाई न होने पर चक्काजाम, उग्र प्रदर्शन और भूख हड़ताल में बदल जाएगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

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