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फर्जी दस्तावेज़ों की दुनिया का शातिर खिलाड़ी करण गुप्ता कोटा से हुआ गिरफ्तार
By Lokjeewan Daily - 19-11-2024

जयपुर। जयपुर के मानसरोवर इलाके में धोखाधड़ी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है, जहां शातिर अपराधी करण गुप्ता ने फर्जी दस्तावेज़ों के दम पर एक ही फ्लैट की कई बार रजिस्ट्री कर, करोड़ों का खेल किया। पुलिस ने गुप्ता को कोटा से गिरफ्तार कर मामले की तह तक पहुंचने की शुरुआत कर दी है।

परिवादी महावीर प्रसाद जागा ने 30 अगस्त 2024 को मानसरोवर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उन्होंने फ्लैट नंबर 503, फोर्थ फ्लोर, यश अपार्टमेंट, नारायण विहार, श्रृंगारपुरा सागानेर को ₹28 लाख में खरीदा था और अपने परिवार के साथ वहां निवास कर रहे थे। लेकिन, इसी फ्लैट के असली मालिक देवेंद्र गुप्ता ने 29 मई 2023 को इस फ्लैट को दो और व्यक्तियों को बेच दिया।

महावीर को पता चला कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 और 406 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की।

मामले की गंभीरता को देखते हुए, जयपुर दक्षिण के डीसीपी श्री दिंगत आनंद के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम की कमान थानाधिकारी श्री राजेंद्र गोडारा को सौंपी गई। टीम ने सबसे पहले दस्तावेज़ों की सत्यता की जांच की और आरोपी करण गुप्ता की तलाश शुरू की।

जांच के दौरान करण गुप्ता की लोकेशन कोटा में पाई गई। लेकिन, गिरफ्तारी इतनी आसान नहीं थी। करण बार-बार अपनी जगह बदल रहा था। पुलिस टीम ने तकनीकी मदद से करण का पीछा किया और आखिरकार उसे कोटा में धर दबोचा। पूछताछ में करण ने स्वीकार किया कि उसने फर्जी रजिस्ट्री कर फ्लैट बेचने की साजिश रची थी।

फर्जीवाड़े की कहानी : करण गुप्ता ने अपने दोस्त के फ्लैट के असली कागजात हासिल कर, उसकी फर्जी रजिस्ट्री अपने नाम पर करवाई। इसके बाद, इस फर्जी रजिस्ट्री का इस्तेमाल कर फ्लैट को दूसरे खरीदारों को बेच दिया। पुलिस ने खुलासा किया कि करण ने एक ही दिन में फ्लैट की दो रजिस्ट्रियां करवाईं।

करण गुप्ता का आपराधिक इतिहास : करण गुप्ता पर धोखाधड़ी के आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। जयपुर के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं। मानसरोवर थाने में ही उसके खिलाफ तीन केस पहले से दर्ज हैं।

पुलिस टीम अब करण से अन्य मामलों की जानकारी जुटा रही है। टीम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।

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