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जयपुर। जयपुर के राजस्थान यूनिवर्सिटी में गुरुवार को एक दिल दहलाने वाली घटना घटी, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। ड्रामा डिपार्टमेंट के पीछे के इलाके में आग से झुलसने वाला युवक, 22 वर्षीय ऋतिक मल्होत्रा, जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। वह फिलहाल एसएमएस हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में भर्ती है, जहां डॉक्टर उसकी गंभीर हालत के चलते लगातार प्रयासरत हैं।
बस्सी के बड़वा गांव का रहने वाला ऋतिक हाल ही में ग्रेड थर्ड टीचर के रूप में चयनित हुआ था और जल्द ही फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट में अपनी सेवाएं देने वाला था। हादसे का सिलसिला उस समय शुरू हुआ जब ऋतिक अपनी बाइक पर सवार होकर निकला। सिगरेट जलाने की कोशिश में पेट्रोल टैंक के खुले ढक्कन से निकली गैस ने आग पकड़ ली। आग की लपटों में घिरा ऋतिक जान बचाने के लिए भागा, लेकिन तब तक उसका शरीर 85 फीसदी झुलस चुका था।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. आर.के. जैन ने मीडिया को बताया कि युवक करीब 1:45 बजे अस्पताल पहुंचा। डॉक्टरों की एक टीम उसकी जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
चश्मदीदों ने बयां किया मंजर : यूनिवर्सिटी के कर्मचारी छोटू राम ने बताया, "ड्यूटी के दौरान मैंने चीखने की आवाज सुनी। वहां पहुंचा तो देखा कि एक युवक आग की लपटों में घिरा हुआ था। मैंने उसके कपड़े फाड़कर आग बुझाने की कोशिश की। वह बार-बार कह रहा था कि पानी डालो, और उसकी बात मानकर मैंने पानी डाला।"
रहस्यमयी लड़की का जिक्र : घटना के दौरान मौके पर एक लड़की भी मौजूद थी, जिसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है। नाट्य विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि छात्र और लड़की दोनों यूनिवर्सिटी के लिए अपरिचित थे। उनकी गैरकानूनी रूप से हॉस्टल में मौजूदगी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
कुलपति ने जताई चिंता : राजस्थान यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने कहा, "घायल युवक फिलहाल यूनिवर्सिटी का छात्र नहीं है और अरावली हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहा था। जैसे ही घटना की सूचना मिली, हमारी टीम तुरंत सक्रिय हुई और उसे अस्पताल पहुंचाया।"
घटना के पीछे छिपे सवाल : यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि कई सवाल खड़े करती है। क्या यूनिवर्सिटी के सुरक्षा प्रबंध पर्याप्त हैं? अवैध रूप से हॉस्टल में रहने वाले लोगों पर नजर क्यों नहीं रखी गई? और उस रहस्यमयी लड़की का सच क्या है?
ऋतिक की हालत अब डॉक्टरों के हाथों में है, लेकिन यह घटना न केवल यूनिवर्सिटी प्रशासन के लिए चेतावनी है, बल्कि सुरक्षा और सावधानी बरतने का संदेश भी देती है। फिलहाल, पूरे मामले की जांच जारी है।
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