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रामानन्दीय शाखा के स्वार्थी तत्व प्राचीन वैदिक स्थल को हड़पने की कर रहे हैं कोशिश
By Lokjeewan Daily - 24-11-2024

जयपुर। श्री वैष्णव मण्डल, जयपुर ने अत्यंत मानसिक वेदना के बीच एक प्रेस वार्ता आयोजित कर श्रीगलताजी पीठ से जुड़े हालिया विवादों पर गहरी चिंता व्यक्त की। मण्डल ने आरोप लगाया कि रामानन्दीय शाखा के कुछ स्वार्थी तत्व श्रीगलताजी जैसे प्राचीन और वैदिक परंपराओं से संपन्न स्थल को हड़पने की कोशिश कर रहे हैं।

श्रीगलताजी पीठ अनादिकाल से श्रीरामानुज सम्प्रदाय की सर्वमान्य पीठ रही है। यहां की पूजा-अर्चना, उत्सव, और परंपराएं वैदिक और पांचरात्र आगम सिद्धांतों के अनुरूप होती आई हैं। यह व्यवस्था रामानुज सम्प्रदाय के प्रशिक्षित विद्वानों और अर्चकों द्वारा संचालित होती है।

मण्डल ने बताया कि जैसे श्रीनाथद्वारा में श्रीवल्लभ सम्प्रदाय और तिरूपति में रामानुज सम्प्रदाय के अनुरूप पूजा होती है, वैसे ही श्रीगलताजी की परंपरा भी विशिष्ट है और इस परंपरा को बनाए रखना अति आवश्यक है।

हाल ही में, श्रीगलताजी का प्रबंधन प्रशासन के हाथ में जाने के बाद वहां के अर्चकों और कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है। परिणामस्वरूप, श्री वैष्णव मण्डल ने कर्मचारियों की मदद के लिए तीन-चार बार चेक द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई। इसके अलावा, मण्डल ने दक्षिण भारत और नेपाल से विद्वानों को बुलाकर प्रमुख उत्सवों का आयोजन भी कराया।

मण्डल का कहना है कि रामानन्दीय शाखा के लोग श्रीगलताजी को हड़पने के लिए पवित्र परंपराओं को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में, जयपुर में हुई रामकथाओं के दौरान, कुछ संतों ने राज्य सरकार और राजनेताओं पर श्रीगलताजी पीठ को रामानन्दीय शाखा को सौंपने का दबाव बनाया। 

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