जयपुर, राजस्थान में गहलोत सरकार के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर रहने वाले भाजपा सांसद किरोड़ी लाल के तेवर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। किरोड़ी लाल इन दिनों खामोश है। पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग भी नहीं उठा रहे हैं। सीएम गहलोत-किरोड़ी लाल की ताजा तस्वीर से अलग-अलग सियासी मायने निकाले जा रहे है।
जयपुर, राजस्थान में गहलोत सरकार के खिलाफ सबसे ज्यादा मुखर रहने वाले भाजपा सांसद किरोड़ी लाल के तेवर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। किरोड़ी लाल इन दिनों खामोश है। पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग भी नहीं उठा रहे हैं। सीएम गहलोत-किरोड़ी लाल की ताजा तस्वीर से अलग-अलग सियासी मायने निकाले जा रहे है। बता दें, बुधवार को दोनों नेता अलवर में कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री जीतेन्द्र सिंह की पुत्री के विवाह समारोह में शामिल हुए थे। गहलोत-किरोड़ी काफी देर तक बातचीत करते रहे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से कड़वाहट के बाद किरोड़ी लाल सधे हुए कदमों के रणनीति बना रहे हैं। किरोड़ी समर्थकों का आरोप है कि सतीश पूनिया 2018 में विधानसभा चुनाव आमेर से किरोड़ी लाल की बदौलत ही जीत पाए थे। समर्थकों का कहना है कि किरोड़ी लाल अंतिम समय में पूनिया के प्रचार नहीं करते तो कांग्रेस का जीतना तय माना जा रहा था। लेकिन पूनिया अब किरोड़ी लाल को आंखे दिखा रहे हैं। हालांकि, किरोड़ी समर्थकों का कहना है कि यह वैवाहिक कार्यक्रम का फोटो है। इसके सियासी मायाने नहीं निकालने चाहिए।
किरोड़ी लाल ने लगाए थे आरोप
उल्लेखनीय है कि भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीना पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग करते रहे हैं। इसके लिए हाल ही में किरोड़ी लाल ने जयपुर में धरना दिया था। धरना 10 दिन से ज्यादा तक चला। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने भी किरोड़ी लाल को समर्थन दिया था। वसुंधरा राजे ने कहा कि किरोड़ी लाल अकेले नही हैं। हम सब उनके साथ है। राजस्थान में एक भी परीक्षा सही ढंग से नहीं हुई है। धरने पर बैठे किरोड़ी लाल से मिलने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी मिलने गए थे। किरोड़ी लाल का कहना है कि पूनिया से उम्मीद के अनुरूप सहयोग नहीं मिला है। हालांकि, सतीश पूनिया का कहना है कि पार्टी ने सड़क से लेकर विधानसभा तक पेपर लीक मामले में सरकार को घेरा है। किरोड़ी लाल की व्यक्तिगत टिप्पणी पर कुछ नहीं करना चाहता है। हालांकि, विवाद बढ़ने पर किरोड़ी लाल ने कहा कि पूनिया के साथ किसी तरह का मतभेद नहीं हैं।
भाजपा में चुनाव पहले खींचतान
राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में है। किरोड़ी लाल भाजपा के बड़े नेता है। पूर्वी राजस्थान में खासा असर भी है। माना जा रहा है कि किरोड़ी लाल को इस बात का दुख है कि उनसे जूनियर को राज्य की कमान सौंप दी गई। किरोड़ी लाल के एक समर्थक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि किरोड़ी लाल की बदौलत ही पूनिया विधायक का चुनाव जीते थे। किरोड़ी लाल का विरोध पूनिया और भाजपा को भारी पड़ सकता है।
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