भीलवाड़ा लोकजीवन (लोकेश सोनी)। आज भी अंधेरे कौने में बिकी हुई बेटियां अपनी रिहाई की उम्मीद लगाकर बैठी है लेकिन उनकी रिहाई के लिए जिम्मेदार कोई ठोस कदम उठाते नजर नहीं आ रहे है और तो और स्टांप पर बेटियों को बेचने की बात को सरकार व स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी नकार भी रहे है। लेकिन
भीलवाड़ा लोकजीवन (लोकेश सोनी)। आज भी अंधेरे कौने में बिकी हुई बेटियां अपनी रिहाई की उम्मीद लगाकर बैठी है लेकिन उनकी रिहाई के लिए जिम्मेदार कोई ठोस कदम उठाते नजर नहीं आ रहे है और तो और स्टांप पर बेटियों को बेचने की बात को सरकार व स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी नकार भी रहे है। लेकिन इस बार जो घटना सामने आई है वह आमजन के दिल को झकझोर देने वाली है। बीती शाम इस घटना का खुलासा तीन पीडि़ताओं ने ज्ञापन देकर खुद पुलिस टाइगर के समक्ष किया है। जी हां, एक बार फिर जिले में मासूम बेटियों को बेचकर प्रताडि़त करने का गंभीर मामला सामने आया। तीन बेटियों में से एक 17 साल की एक बेटी ने जिला पुलिस अधीक्षक आर्दश सिधू के सामने अपनी रिहाई और उसे देह व्यापार में धकेलने वाले दलालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अपनी पुरी दास्तां बताई। दरअसल, जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष 17 साल की लड़की अपने परिजनों व समाज के कुछ लोगों के साथ एसपी आदर्श सिद्धू के सामने पेश हुई। उसने सुई गांव निवासी महेंद्र पुत्र सीताराम कंजर, कमल पुत्र बन्ना कंजर, कालू कंजर, बाकरा निवासी बटनिया पुत्र माना नट, टोंक जयसिंहपुरा निवासी सुधेश पुत्र गोपाल नट, सम्मा पत्नी गोपाल नट व प्रियंका पुत्री गोपाल नट के खिलाफ शिकायत दी है। उसने बताया कि आरोपियों ने उसके पिता को 9 लाख से ज्यादा के कर्ज में डूबाकर उसे स्टांप पर लिखवा दिया और जयसिंहपुरा ले जाकर उसे देह व्यापार में धकेल दिया। वहां से विरोध जताकर घर आ गई। अब दलाल मुझे फिर से ले जाने के लिए मेरे परिवार के लोगों को परेशान कर रहे है। 6 साल की थी तब मेरे मां-बाप ने मेरी शादी करवा दी। 2 साल बाद ससुराल भेजने की तैयारी कर दी। मैं रोई और ससुराल जाने से मना कर दिया। समाज की पंचायत बैठी और हम पर 9 लाख का जुर्माना लगा दिया। उसे चुकाने के लिए मैरे बाप ने मुझे 12 साल की उम्र में दलालों को बेच दिया। पहली बार मुझे दलालों ने 12 साल की उम्र में ही 1 लाख रुपए लेकर रातभर के लिए एक ग्राहक को सौंप दिया। दर्द से में रातभर चिल्लाती रही, लेकिन मेरी सुनने वाला कोई नहीं था। इसके बाद ऐसी हैवानियत मेरे साथ हमेशा होने लगी। 15 साल की उम्र में ही मैं मां बन गई। अभी मेरी उम्र 17 साल है और दलाल मुझे आगे बेचना चाहते है और में इससे बाहर निकलना चाहती हूं। पीडि़ता ने बताया कि उसे जयसिंहपुरा में देह व्यापार में धकेल रखा था। 14 साल उसकी खेलने की उम्र थी, लेकिन उस उम्र में वह गर्भवती हो गई। दलालों ने कहा कि लड़की हुई तो वह उसे 5 लाख रुपए में आगे बेचेंगे। लेकिन मेरे लड़का हो गया। दलालों ने मुझे बुरी तरह पीटा और फिर से देह व्यापार में लगा दिया। अब पीडि़ता ने भीलवाड़ा पुलिस और प्रशासन ने न्याय की गुहार लगाई है। देखने वाली बात यह है कि स्थानीय प्रशासन इन बेटियों को न्याय दिलवा पता है या नहीं।
न्याय नहीं मिलने पर करेंगे धरना प्रदर्शन
भीलवाड़ा जिले से स्टांप पेपर पर लड़कियों कंो बेचने के मामले पहले भी सामने आए थे। इन घटनाओं को लेकर कंजर समाज महापंचायत ने जिला स्तर से लेकर राष्ट्र स्तर तक कार्रवाई की मांग की लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस का सहयोग सकारात्मक नहीं रहता है। इस कारण भी मामलों पर कार्रवाई नहीं हो पाती है और लड़किया पंच लोगों का एक गिरोह बना हुआ है वो सप्लाई करते है बिकवाते है। कई परिवार है जो खोखले हो जाते है खोखले होने के बाद कई प्रकार की उनको सामने परिस्थितियां आती है। ऐसी घटनाओं के तहत पहले तो गरीब लोगों को फसांया जाता है। उधार देकर विश्वास में लेकर स्टॉम्प पेपर व बही खाते में लिखकर के इन बच्चियों को सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी आदि जिलों में बेचा जाता है। वहां पर उनके देह व्यापार भी कराया जाता है। कई महिलाएं पीडि़त भी है लेकिन पुलिस का सकारात्मक सहयोग नहीं मिलने से कोई सामने नहीं आ पाता है। पीडि़त परिवार हमसे मिला, इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक से मिलकर शिकायत की है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करवाने का आग्रह कर ेन्याय मांगा है न्याय नहीं मिलने पर आगे धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
ग्यारसी लाल गोगावत, प्रदेशाध्यक्ष अखिल राजस्थान कंजर समाज महापंचायत
पूर्व में भी कई मामले उजागर हुए पर कार्रवाई के नाम पर लीपापोती
आज भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक के समक्ष तीनों बच्चियों को पेश किया गया। इनको बचपन में दलाल लोगों ने देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया था। यह मामला काछोला थाना क्षेत्र का है। कंजर समाज यह चाहता है की पूर्व में भी ऐसे कई मामले उजागर हुए है। शासन-प्रशासन को हम लगातार अवगत करा रहे है लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं करती है। कार्रवाई के नाम पर लीपापोती करके मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है। ऐसे में आज हम अखिल राजस्थान कंजर समाज महापंचायत के पदाधिकारी मांग करते है की इन्हें तुरंत न्याय मिले और कानूनी कार्रवाई हो। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। पूर्व में भी कई मामले पुलिस दबा चुकी है। हम चाहते है की सभी को न्याय मिले। भागचन्द कंजर, समाजसेवी

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