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कुंभलगढ़ में महाराणा की एक वर्ष से बंधन में है प्रतिमा, नहीं मिल रहा स्वाभिमान को सम्मान
By Lokjeewan Daily - 19-08-2025

राजसमंद लोकजीवन। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जन्मस्थली कुंभलगढ़ में एक ओर उनकी स्मृतियों को संजोने के लिए सरकार महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट की महात्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू करने जा रही है, वहीं दूसरी ओर केलवाड़ा बस स्टैंड स्थित बगीचे में लगी महाराणा प्रताप के साथ राणा पूजा की प्रतिमा लगी हुई है। जिसमें महाराणा प्रताप की प्रतिमा पिछले एक वर्ष से पाइप के सहारे बंधी खड़ी है। यह स्थिति स्थानीय लोगों के लिए शर्मनाक मानी जा रही है। 1 वर्ष पूर्व लोकजीवन ने प्रमुखता से उठाया था तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने एक वर्ष पूर्व वादा किया था कि प्रतिमा को बंधन से मुक्त कर व्यवस्थित रूप दिया जाएगा, लेकिन आज तक हालात जस के तस बने हुए हैं। इसी बीच प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी कुंभलगढ़ पहुंचीं और अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों तथा समाजसेवियों के साथ बैठक कर महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट योजना को अंतिम रूप देने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रताप केवल मेवाड़ ही नहीं, बल्कि पूरे देश की शौर्य-गाथा के प्रतीक हैं। लगभग 150 किलोमीटर के दायरे में प्रताप से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों को इस सर्किट में जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही भामाशाह, राणा पूंजा, थाला मान, पन्नाधाय और बप्पा रावल से जुड़े स्थलों को भी इसमें शामिल करने की योजना है। इस परियोजना पर करीब 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। बैठक में राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओकार सिंह लखावत, कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़, नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह, गोगुंदा विधायक प्रताप भील और पर्यटन विभाग की आयुक्त रुक्मणी रियार मौजूद रहे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार इस परियोजना पर जोर देते रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही महाराणा प्रताप सर्किट पर कार्य शुरू होगा और यह राजस्थान के पर्यटन व इतिहास दोनों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

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