It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

अब शुभांशु शुक्ला ड्रैगन यान से भरेंगे उड़ान
By Lokjeewan Daily - 19-03-2025

स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की सफल वापसी के बाद अब दुनिया की नजर आगामी एक्सियम मिशन 4 (ए एक्स-4) पर टिकी है, जिसमें भारत की महत्वपूर्ण भागीदारी होगी। वसंत 2025 में लॉन्च होने वाले इस निजी अंतरिक्ष मिशन में पहली बार भारतीय वायुसेना के टेस्ट पायलट और गगनयान मिशन से जुड़े अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजा जाएगा। यह मिशन नासा के केनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से स्पेसएक्स के ड्रैगन यान के जरिए रवाना होगा और करीब 14 दिनों तक चलेगा।

विविध अंतरराष्ट्रीय दल का हिस्सा होंगे शुक्ला

मिशन 4 में शुभांशु शुक्ला के अलावा, नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन कमांडर की भूमिका निभाएंगी। उनके साथ यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री सावोश उजनांस्की-विस्नीवस्की (पोलैंड) और तिबोर कापू (हंगरी) भी होंगे। यह टीम अंतरिक्ष में विभिन्न वैज्ञानिक रिसर्च, शैक्षिक गतिविधियां और व्यावसायिक परियोजनाओं में शामिल होगी। यह पहली बार होगा जब कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री निजी मिशन के तहत आईएसएस पर जाएगा।

भारत और निजी अंतरिक्ष अभियानों के लिए बड़ी उपलब्धि

मिशन 4 न केवल अंतरिक्ष में निजी कंपनियों की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है, बल्कि यह भारत और अमेरिका के बीच इसरो और नासा के सहयोग को भी मजबूत करता है। नासा की आईएसएस प्रोग्राम मैनेजर डाना वेइगेल ने कहा, "निजी अंतरिक्ष मिशन माइक्रोग्रैविटी रिसर्च के लिए नए अवसर पैदा करने के साथ-साथ मानव अंतरिक्ष उड़ान की पहुंच को भी व्यापक बना रहे हैं।" इसरो इस मिशन पर करीबी नजर रखेगा, क्योंकि इससे मिलने वाले अनुभवों को भारत के गगनयान मिशन में भी इस्तेमाल किया जाएगा। भारत की यह ऐतिहासिक भागीदारी भविष्य में अंतरिक्ष अन्वेषण और व्यावसायिक अंतरिक्ष यात्रा के दरवाजे खोल सकती है।

एशिया का पहला वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की योजना

एक्सियम स्पेस कंपनी भविष्य में दुनिया का पहला निजी स्पेस स्टेशन विकसित करने की योजना बना रही है और मिशन 4 इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मिशन 4 की तैयारियां जोरों पर हैं और भारत के शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक यात्रा को लेकर उत्साह लगातार बढ़ रहा है। यह मिशन वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष अभियानों में भारत की भागीदारी को एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाला साबित हो सकता है। सुनीता विलियम्स की वापसी और शुभांशु शुक्ला की आगामी यात्रा भारत के अंतरिक्ष इतिहास में नए अध्याय जोड़ रही हैं। जहां सुनीता ने अपनी अद्भुत अंतरिक्ष यात्रा के साथ एक मिसाल कायम की है, वहीं शुभांशु भारत के अंतरिक्ष सपनों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार हैं।

अन्य सम्बंधित खबरे