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लाहौर एयरपोर्ट के पास कई धमाके, दहशत में पाकिस्तानी, बज रहे सायरन
By Lokjeewan Daily - 08-05-2025

हवाई हमलों के डर से लाहौर और इस्लामाबाद में बंद किए एयरस्पेस

इस्लामाबाद, भारत द्वारा पाकिस्तान में कई ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत हवाई हमले करने के एक दिन बाद गुरुवार सुबह पाकिस्तान के पूर्वी शहर लाहौर में कई धमाकों की जानकारी मिली है। इसके बाद इलाके में सायरन की आवाजें तेजी से सुनाई दे रही हैं। इससे लोगों में दहशत फैल गई, बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकल गए। हालांकि भारत ने पाकिस्तान पर कोई नई सैन्य कार्रवाई की पुष्टि नहीं की है।

पाकिस्तानी मीडिया के दावे के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच यह धमाका दोनों परमाणु हथियार संपन्न पड़ोसी देशों के बीच टकराव के और अधिक बढ़ने की आशंका को गहरा कर रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानियों में खौफ का माहौल है। लाहौर एयरपोर्ट के पास हुए कई धमाकों ने लोगों में दहशत पैदा कर दी। सोशल मीडिया पर इस तरह के कई वीडियो सामने आ रहे हैं। 

जिस तरह भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला कर उन्हें नेस्तनाबूत किया, पाकिस्तान खौफ में है। हुक्मरान कभी परमाणु हमले की गीदड़भभकी देते हैं तो कभी शहबाज शरीफ के मंत्री युद्धविराम की गुहार लगाते हैं। इस बीच आधी रात फिर पाकिस्तानी हुकूमत जागी और हवाई हमलों के डर से देर रात लाहौर और इस्लामाबाद एयरपोर्ट्स पर अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया। पाकिस्तान एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार, देश के दो प्रमुख हवाई अड्डों पर सभी व्यावसायिक उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान ने पूरे देश में 48 घंटे के लिए हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा की थी। हालांकि नए आदेश के तहत कराची का एयरस्पेस बंद नहीं है।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था। इस सैन्य अभियान के तहत भारतीय वायुसेना और थलसेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा। हमलों में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को नष्ट किया गया। हमले पूरी तरह से रात के अंधेरे में किए गए, ताकि रणनीतिक बढ़त हासिल की जा सके। इस अभियान में हवाई, नौसैनिक और ज़मीनी बलों का समन्वय शामिल था। भारत की इस एयर स्ट्राइक में करीब 90 आतंकी मारे गए और 9 ठिकानों को तबाह कर दिया गया।

उधर, पाकिस्तानी अधिकारियों का दावा है कि इन हमलों में 31 नागरिकों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए हैं। पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस कार्रवाई को "युद्ध की खुली घोषणा" बताते हुए "जवाब देने का अधिकार सुरक्षित" रखने की बात कही है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर जवाब देना पड़ा तो केवल भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा।

बलूच विद्रोहियों ने रिमोट बम से उड़ा दी पाक सैनिकों की गाड़ी, 12 की मौत

पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत का रुख पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक है। भारत ने मंगलवार और बुधवार की रात को जोरदार एयर स्ट्राइक पीओके के अलावा पाकिस्तान तक के अंदर घुसकर की हैं। इन हवाई हमलों में करीब 90 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। यही नहीं मुरीदके से लेकर बहावलपुर तक लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने ध्वस्त किए गए हैं। इस बीच पाकिस्तान को आंतरिक स्तर पर भी करारा झटका लगा है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के विद्रोहियों ने बोलन घाटी में पाकिस्तानी सैनिकों से भरे एक वाहन को रिमोट बम से उड़ा दिया। इस धमाके में वाहन के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार सभी 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं।

इसके अलावा बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तान के बम निरोधी दस्ते को टारगेट करते हुए एक आईईडी ब्लास्ट भी किया, जिसमें दो सैनिक मारे गए हैं। इस तरह बलूचों के हमले में एक दिन के अंदर 14 पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई है। भारत से सीमा पर पैदा हुए तनाव और एयरस्ट्राइक के बीच पाक को यह करारा झटका लगा है। पहला हमला बलोच लिबरेशन आर्मी ने बोलन घाटी के शोरकंड इलाके में किया। इस अटैक में 12 सैनिकों की मौत हो गई,जो एक मिशन पर गाड़ी में सवार होकर जा रहे थे। इनका नेतृत्व स्पेशल ऑपरेशंस कमांडर तारिक इमरान कर रहे थे। इसके अलावा सूबेदार उमर फारूक भी इस हमले में मारे गए हैं।

बीएलए की ओर से किया गया रिमोट बम धमाका इतना ताकतवर था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए। दूसरा हमला बीएलए ने कच्छ के कुलाग तिगरान में किया। यहां भी बीएलए विद्रोहियों ने आईईडी ब्लास्ट किया। यह बुधवार को दोपहर करीब पौने तीन बजे किया गया। इस हमले में बम निरोधक दस्ते के दो जवान मारे गए हैं, जो पाकिस्तानी सेना से ही जुड़े थे। इस तरह पाकिस्तान की सेना को एक दिन के अंदर अपने 14 सैनिक बीएलए से लड़ाई में खोने पड़े हैं।

सेना नहीं, ये चीन के रक्षक हैं

इन हमलों के बाद बलोच लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता जियांद बलोच का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि आप देख सकते हैं कि कैसे पाकिस्तान की सेना बस चीन के बनाए प्रोजेक्ट्स की सुरक्षा में लगी रहती है। यह पाकिस्तान की सेना नहीं है बल्कि एक बिजनेस ग्रुप है। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान की सेना के खिलाफ अपनी जंग जारी रखेंगे।

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