It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति की आवश्यकता
By Lokjeewan Daily - 05-09-2025

संयुक्त राष्ट्र /नई दिल्ली । भारत ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति की आवश्यकता पर जोर दिया है। भारत ने ईंधन की कीमतों सहित युद्ध के परिणामों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि दक्षिण के देशों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है।

Story continues below this ad

यह वीनर्स नकली दांतों से 300 गुना बेहतर है! और कीमत बहुत सस्ती है टूटे, टेढ़े, ढीले दांत!

यह वीनर्स नकली दांतों से 300 गुना बेहतर है! और कीमत बहुत सस्ती है टूटे, टेढ़े, ढीले दांत!



संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी. हरीश ने यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के प्रयासों के प्रति समर्थन व्यक्त किया।हरीश ने गुरुवार को महासभा को बताया, "हमने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में शिखर बैठक का समर्थन किया। हम अलास्का शिखर सम्मेलन में हुई प्रगति की सराहना करते हैं।"

अमेरिकी राष्ट्रपति की शांति पहल पर ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 15 अगस्त को अलास्का में मिले।हरीश ने कहा, "भारत शांति की दिशा में हाल के सकारात्मक घटनाक्रमों का स्वागत करता है।"
उन्होंने कहा कि भारत संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने के लिए राजनयिक प्रयासों का समर्थन करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की, रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यूरोपीय नेताओं के साथ बातचीत शांति की संभावनाओं को बढ़ावा देती है।

दरअसल, पुतिन से मिलने से पहले जेलेंस्की ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी से बात की थी। यूक्रेनी नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा था कि उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि वह रूसी नेता से मिलने के लिए तैयार हैं। जेलेंस्की और पुतिन के बीच मुलाकात ट्रंप की शांति योजना का अगला चरण है।

यूक्रेन पर असेंबली के दौरान हुई डिबेट में हरीश ने कहा, "स्थायी शांति के लिए सभी पक्षों की पूर्ण भागीदारी और प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण है।"उन्होंने कहा, "हमने वाशिंगटन में यूक्रेनी राष्ट्रपति और यूरोपीय नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा किए गए कूटनीतिक प्रयासों पर भी ध्यान दिया।"

पुतिन से मुलाकात के तीन दिन बाद ट्रंप ने जेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं को शिखर सम्मेलन के बारे में जानकारी दी, जिनमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और नाटो महासचिव मार्क रूट शामिल थे।उस बैठक में यूरोपीय नेताओं ने संभलकर ट्रंप के प्रयासों का समर्थन किया और शांति के बाद के परिदृश्य का खाका तैयार किया।


हरीश ने कहा, "हमारा मानना ​​है कि ये सभी कूटनीतिक प्रयास यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने और स्थायी शांति की संभावनाओं को खोलने का वादा करते हैं। भारत ने लगातार इस बात की वकालत की है कि यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए बातचीत और कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है, चाहे ऐसा रास्ता कितना भी मुश्किल क्यों न लगे।"

अन्य सम्बंधित खबरे