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1947 से अब तक हर हिमाकत का मिला मुंहतोड़ जवाब, बार-बार शिकस्त के बाद भी नहीं सुधर रहा आतंकिस्तान
By Lokjeewan Daily - 08-05-2025

भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को उसकी औकात बता दी है। देश की आजादी के बाद यानी 1947 से ही भारत ने पाकिस्तान की हर हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब दिया है, लेकिन बार-बार मुंह की खाने के बाद भी पड़ोसी अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत महज 25 मिनट में सटीक हमला करते हुए आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालयों समेत आतंकी प्रशिक्षण के नौ मरकजों को खाक में मिला दिया। सेना ने न सिर्फ पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले का ही बदला लिया, बल्कि संसद भवन, मुंबई, पठानकोट और अमरनाथ यात्रियों पर अतीत में आजादी के बाद हुए कई हमलों का हिसाब भी बराबर कर दिया। भारत ने हर बार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है, बावजूद इसके पाकिस्तान है कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आता। एक नजर भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सशस्त्र संघर्षों पर-

1947 : पहला भारत-पाक युद्ध
यह तत्कालीन जम्मू और कश्मीर रियासत को लेकर नव स्वतंत्र राष्ट्र भारत और पाकिस्तान के बीच छिड़ा था। इसे पहले कश्मीर युद्ध के नाम से भी जानते हैं। इसकी शुरुआत अक्तूबर 1947 में हुई जब पाकिस्तान समर्थित आदिवासी हमलावरों ने रियासत पर हमला किया। महाराजा हरि सिंह की ओर से जम्मू और कश्मीर के भारतीय संघ में विलय के बाद, भारत ने इस क्षेत्र की रक्षा के लिए अपनी सेना भेजी, जिसके परिणामस्वरूप दोनों देशों के बीच पूर्ण पैमाने पर संघर्ष हुआ। यह संघर्ष जनवरी 1949 तक जारी रहा, जब संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से युद्ध विराम लागू किया गया। इसके परिणामस्वरूप भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर का विभाजन हुआ और दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) अस्तित्व में आई।

1965 : दूसरा भारत-पाक युद्ध
5 अगस्त, 1965 को कश्मीर को लेकर सशस्त्र संघर्ष शुरू हुआ। यह तब शुरू हुआ जब हजारों पाकिस्तानी सैनिकों ने स्थानीय उग्रवादियों के वेश में जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की। ऑपरेशन जिब्राल्टर के नाम से जाना जाने वाला यह गुप्त अभियान क्षेत्र को अस्थिर करने और स्थानीय स्तर पर उग्रवाद को भड़काने के उद्देश्य से चलाया गया था। भारत ने जवाबी सैन्य कार्रवाई शुरू की, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पूर्ण पैमाने पर लड़ाई में बदल गई। 23 सितंबर, 1965 तक युद्ध जारी रहा, जब दोनों पक्ष सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका की मध्यस्थता में युद्ध विराम पर सहमत हुए।
1971 : बांग्लादेश मुक्ति युद्ध
1971 का भारत-पाक युद्ध पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) पर पाकिस्तानी सेना के दमन और उसकी स्वतंत्रता की मांग के कारण शुरू हुआ था। भारत बांग्लादेशी स्वतंत्रता आंदोलन के समर्थन में युद्ध में शामिल हुआ और पूर्वी और पश्चिमी दोनों मोर्चों पर भीषण लड़ाई के बाद, पाकिस्तान की सेना ने 16 दिसंबर, 1971 को आत्मसमर्पण कर दिया। इस युद्ध के परिणामस्वरूप एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में बांग्लादेश का निर्माण हुआ।

1999 : कारगिल युद्ध
1999 का कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच उस साल मई से जुलाई तक लड़ा गया था। यह संघर्ष तब शुरू हुआ जब पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों ने जम्मू- कश्मीर के कारगिल सेक्टर में चोटियों पर कब्जा कर लिया था। भारत ने वायु सेना के ऑपरेशन सफेद सागर के साथ समर्थन से ऑपरेशन विजय शुरू किया। युद्ध 26 जुलाई तक चला, जब भारत ने पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकियों को मार भगाकर कारगिल की चोटियों पर अपना नियंत्रण किया। 26 जुलाई को अब कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
2016 :  उड़ी हमला
18 सितंबर, 2016 को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के उड़ी में भारतीय सेना के बेस पर हमला किया। इसमें 19 सैनिक बलिदान हो गए थे। इसका बदला लेने के लिए भारत ने 28-29 सितंबर को नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक की। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में में कई आतंकवादी लॉन्च  पैड को निशाना बनाया, जिसमें घुसपैठ की तैयारी कर रहे आतंकवादियों के बीच काफी नुकसान हुआ।

2019 : पुलवामा हमला
14 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सेना के काफिले पर हमला किया, जिसमें 40 जवान बलिदान हो गए थे। इसके जवाब में भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया। लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल करते हुए भारत ने पाकिस्तानी क्षेत्र में अंदर तक स्थित शिविर को निशाना बनाया, जो 1971 के युद्ध के बाद पहला ऐसा हवाई हमला था। इसमें जैश का शिविर नष्ट हो गया था और कई आतंकी मारे गए थे।

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