It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

किरोड़ीलाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोप पर अशोक गहलोत बोले तो कूद पड़े लोकेश शर्मा
By Lokjeewan Daily - 08-02-2025

जयपुर, राजस्थान में फोन टैपिंग का बवाल फिर से चालू हो गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार से आठ महीने पहले इस्तीफा देकर भी कैबिनेट मंत्रियों की सूची में पहले नंबर पर शामिल किरोड़ी लाल मीणा के द्वारा फोन टैपिंग के आरोप लगने के बाद राज्य की राजनीति में ताजा भूचाल आया है। कांग्रेस सरकार के दौरान भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत कुछ नेताओं के फोन टैपिंग के आरोपों से घिरे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को मीणा के मसले पर एक ट्वीट किया तो उनके ही बागी ओएसडी लोकेश शर्मा ने उन्हें घेर लिया। गुरुवार को विधानसभा में इस मसले पर भारी हंगामे के बाद राज्य के गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा था कि यह आरोप गलत है।

अशोक गहलोत ने गुरुवार को ट्वीट किया- “हमारी सरकार के समय मैंने सदन के पटल पर कहा था कि किसी भी मंत्री, सांसद और विधायक का टेलिफोन सर्विलांस पर नहीं लिया गया और न ही लिया जाएगा। परन्तु भाजपा सरकार पर अपने ही कैबिनेट मंत्री द्वारा फोन टैपिंग के आरोप लगाना भाजपा की सच्चाई उजागर करता है। यह मामला बहुत गंभीर है क्योंकि आरोप राजनीतिक लाभ के लिए किसी विपक्षी नेता ने नहीं बल्कि कैबिनेट मंत्री ने लगाए हैं। सच्चाई सामने आनी चाहिए। मुख्यमंत्री को सदन में जवाब देना चाहिए।”

Bottom of Form

गहलोत के इस ट्वीट पर उनके मुख्यमंत्री रहते ही बागी हो गए उनके पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने एक ट्वीट किया और गहलोत पर लगे फोन टैपिंग के आरोप पर अपनी तरफ से तंज भरा पक्ष रखा। शर्मा ने लिखा- “आप सही कह रहे हैं। हो सकता है शायद उस समय तत्कालीन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जी, राजस्थान के कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह जी और कांग्रेस के विधायक भंवरलाल शर्मा जी ने वार्तालापों की तीनों रिकॉर्डेड ऑडियो क्लिप्स मीडिया को भेजने और वायरल करने के लिए स्वयं आपको दी और आपने मुझे...!! आपने कभी किसी का कोई फोन टैप नहीं करवाया।”

राजस्थान में 2020 में कांग्रेस नेता और तब डिप्टी सीएम रहे सचिन पायलट समेत 18 विधायकों की बगावत के दौरान गहलोत पर फोन टैपिंग का आरोप लगा था। इसमें गजेंद्र सिंह शेखावत की बात भी रिकॉर्ड होने का आरोप था जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराई थी। इस केस की जांच चल रही है जिसमें गिरफ्तारी के बाद लोकेश शर्मा सरकारी गवाह बन चुके हैं। तब जयपुर में एसीबी ने शेखावत पर कांग्रेस विधायकों को खरीदकर सरकार गिराने की साजिश रचने का एक केस दर्ज किया था। शेखावत पर और भी केस दर्ज हुए थे जिनमें भाजपा सरकार की वापसी के बाद उन्हें क्लीन चिट मिली है।

अन्य सम्बंधित खबरे