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प्रयागराज, महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट के पास भगदड़ मच गई। कई लोगों के गंभीर घायल होने की खबर है और कुछ बेहोश हुए हैं। मौके पर मुस्तैद प्रशासन ने तत्काल राहत-बचाव का काम शुरू किया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पीएम मोदी ने हादसे की जानकारी सीएम योगी से ली है। मौके पर मुस्तैद प्रशासन ने तत्काल राहत-बचाव का काम शुरू किया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। कुछ महिलाओं और बच्चों को भी चोट लगी है। अभी हालात काबू में बताये जाते हैं। महाकुंभ नगर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बरतने की अपील की है। बताया जाता है कि प्रयागराज के संगम तट पर अमृत स्नान से पहले देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। इसमें कुछ लोगों के हताहत होने की बात कही जा रही है। लेकिन प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक भगदड़ मचते ही लोग दौड़ने लगे। अभी प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। जानकारी मिल रही है कि भगदड़ के बीच संगम तट पर कई श्रद्धालु बेहोश हो गये । घायलों में महिलाओं के साथ बच्चे भी शामिल हैं। हताहतों को 50 से अधिक एंबुलेंस की मदद से सेंट्रल हॉस्पिटल लाया गया । कई घायलों को मोटरसाइकिल से भी लोगों ने पहुंचाया । हालात को काबू करने के लिए सेना और एनएसजी ने मोर्चा संभाल लिया है।
भगदड़ को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। भोर में चार बजे से ही मैराथन बैठक का सिलसिला जारी है। बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी और उत्तर प्रदेश शासन के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने लखनऊ से लगातार प्रयागराज महाकुंभ में जारी राहत और बचाव के कामों पर नजर बनाए रखी और अधिकारियों से पल-पल की अपडेट लेते रहे।
इससे पहले मेले के लिए विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने पत्रकारों को बताया कि संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं और उनका अभी इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि किसी की भी स्थिति गंभीर नहीं है। घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई घायलों के रिश्तेदार भी पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार महाकुंभ की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने अब तक चार बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। उन्होंने स्थिति सामान्य करने और राहत कार्य के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं।गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम योगी से बात कर हर प्रकार की मदद के लिए आश्वस्त किया है.
संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें- योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि श्रद्धालुगण मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गये हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है। उन्होंने सभी से मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सीएम योगी ने सभी से अपील की है कि वह किसी भाी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें। सीएम योगी के साथ ही धर्म गुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है। स्वामी रामभद्राचार्य ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें और निकटतम घाट पर स्नान करें। लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें। अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें। उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया।
सीएम योगी ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुजनों की भारी भीड़ है। लगभग आठ से 10 करोड़ श्रद्धालु इस समय प्रयागराज में मौजूद हैं। कल भी साढ़े पांच करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान किया था। श्रद्धालुजनों के बड़ी संख्या में संगम नोज पर जाने के कारण वहां पर भारी दबाव बना हुआ लेकिन पूरा प्रशासन मौके पर वहां मौजूद है। रात में एक से दो बजे के बीच में अखाड़ा मार्ग पर, जहां पर अखाड़ों के अमृत स्नान की दृष्टि से बैरिकेडिंग की गई थी, कुछ श्रद्धालुओं ने बैरिकेडिंग फांदकर आने की कोशिश की और इसमें गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके इलाज की व्यवस्था की गई है। उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं। लगातार प्रशासन स्थानीय स्तर पर श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराने की दृष्टि से रात्रि को कल सायंकाल साढ़े छह सात बजे से ही मौनी अमावस्या का मुर्हूत शुरू होने के बाद से ही लगा हुआ है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं। इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है। हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। बाबा रामदेव ने कहा है कि करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है। इसके साथ ही समूचे राष्ट्र और विश्व के कल्याण की कामनाा की गई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें। वहीं जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी कहा कि हमने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया है।
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