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दिल्ली चुनाव में निर्णायक घड़ी, कल आयेंगे नतीजे  
By Lokjeewan Daily - 07-02-2025

आप ने भाजपा पर लगाए खरीद-फरोख्त के आरोप

नई दिल्ली, दिल्ली चुनाव में निर्णायक घड़ी आ चुकी है, 8 फरवरी यानी कि कल शनिवार को चुनावी नतीजे आने वाले हैं। उससे पहले राजधानी में हलचल तेज है, एग्जिट पोल के बाद से ही वैसे भी माहौल बदल चुका है। एक तरफ बीजेपी उत्साहित नजर आ रही है तो वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी और ज्यादा सचेत हो चुकी है। भले ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाए या बीजेपी 27 साल का सूखा खत्म करके दिल्ली की सत्ता में वापसी करे। इन दोनों की चर्चा दिल्ली की सियासत को लेकर खूब हो रही है, लेकिन सबसे खराब हालत कांग्रेस पार्टी की नजर आ रही है। वोटिंग के बाद से सामने आए तमाम एग्जिट पोल्स बीजेपी और आम आदमी पार्टी की जीत या हार को लेकर जो दावे कर रहे हैं, उससे इतर सभी के एग्जिट पोल्स में कांग्रेस पार्टी की हालत खराब नजर आ रही है। ज्यादातर एग्जिट पोल्स एक तरफ जहां बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर बता रहे हैं, तो दूसरी ओर कांग्रेस को कुछ ही पोल्स 0-1 सीट लेने का अनुमान लगा रहे है। इतना ही नहीं, ज्यादातर एग्जिट पोल्स दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस का वोट प्रतिशत 10 प्रतिशत से भी ज्यादा नहीं हो सकता है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर 5 फरवरी को वोटिंग हो चुकी है और राजनीतिक दलों से लेकर जनता को भी 8 फरवरी को इंतजार है, जब नतीजे घोषित होंगे। इससे पहले आए तमाम एग्जिट पोल्स  में बीजेपी को बहुमत मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी सत्ता से बाहर होकर दूसरे नंबर की पार्टी बन सकती है। वहीं एग्जिट पोल्स में एक बार फिर कांग्रेस की हालत पतली होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

दरअसल, इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को टिकट दिया था, और पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को चुनावी मैदान में उतारा था। इसके अलावा अलका लांबा से लेकर रागिनी नायक, फराज सूरी जैसे उम्मीदवारों को टिकट दिया था। इन नेताओं ने कई सीटों पर पूरी ताकत झोंक दी थी लेकिन एग्जिट पोल्स में कांग्रेस की स्थिति खराब होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

कुल मिलाकर देखें तो दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल्स के नतीजे यह स्पष्ट दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस फिलहाल दिल्ली की सियासत में जिस स्थिति में फंसी है, वहां से उसका रिवाइवल होना इस चुनाव में काफी मुश्किल है। हालांकि एग्जिट पोल्स और नतीजों में अंतर हो सकता है। इसलिए विश्लेषण के लिए अभी 8 फरवरी तक का इंतजार तो करना ही होगा।कांग्रेस को लेकर एग्जिट पोल में ज्यादा कुछ नहीं दिखाया गया है,ऐसे में वो खेमा शांत बैठा है और किंगमेकर बनने की आस में दिखाई दे रहा है।

वैसे दिल्ली  चुनाव में अब खरीद-फरोख्त पॉलिटिक्स की एंट्री हो चुकी है, आम आदमी पार्टी ने आरोप लगा दिया है कि बीजेपी अभी से हार के डर की वजह से विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। दूसरी तरफ बीजेपी सबूत की मांग कर रही है। एग्जिट पोल्स से झटका लगने के बाद आम आदमी पार्टी ने सभी 70 उम्मीदवारों की बैठक बुलाई है। आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाया। भाजपा ने इस आरोप को खारिज कर दिया है और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है। अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा की ओर से आप के 16 उम्मीदवारों को मंत्री पद और पाला बदलने पर 15-15 करोड़ रुपये देने का वादा किया गया था। आप सुप्रीमो ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर हिंदी में लिखे अपने पोस्ट में कहा, "कुछ एजेंसियां ​​दिखा रही हैं कि गाली देने वाली पार्टी (भाजपा) को 55 से ज़्यादा सीटें मिल रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों को फ़ोन आया है कि अगर वे आप छोड़कर उनकी पार्टी में शामिल हो गए तो उन्हें मंत्री बनाया जाएगा और 15-15 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।"

अरविंद केजरीवाल की यह एक्स पोस्ट ऐसे समय में आई है, जब गुरुवार को तीन और एग्जिट पोल में दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का अनुमान लगाया गया था, जिसमें 70 सदस्यीय सदन में 48-49 प्रतिशत वोट शेयर और 45-61 सीटें मिलने की बात कही गई थी। आप प्रमुख ने कहा, "अगर वे वाकई 55 से ज़्यादा सीटें जीत रहे हैं, तो वे हमारे उम्मीदवारों को क्यों बुला रहे हैं? ये फ़र्जी सर्वेक्षण आप उम्मीदवारों को तोड़ने के लिए माहौल बनाने की साज़िश है। लेकिन उनमें से एक भी पक्ष नहीं बदलेगा।"

भाजपा ने आरोपों को खारिज किया

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें आसन्न चुनावी हार को लेकर आप की "हताशा" का संकेत बताया। वीरेंद्र सचदेवा ने एक बयान में कहा, "संजय सिंह को या तो अपने आरोप वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए या कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए।" भाजपा नेता ने कहा, "उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पार्टी के नेता, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले से ही इसी तरह के झूठे आरोप लगाने के लिए मानहानि के मुकदमे का सामना कर रहे हैं।" हालांकि, वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आप ने अपने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे ऐसी कॉल रिकॉर्ड करें और जासूसी कैमरों का इस्तेमाल कर किसी भी आमने-सामने की बैठक में शिकार के प्रयासों के बारे में जो कुछ भी हो रहा है, उसे रिकॉर्ड करें।

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