It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

हनुमान ने उजाड़ी अशोक वाटिका, जलाई रावण की लंका
By Lokjeewan Daily - 15-10-2024

- रामलीला मंचन देखने आजाद चौक में उमड़ रहे दर्शक
भीलवाड़ा। श्री रामलीला कमेटी की ओर से आजाद चौक में रामलीला मंचन के 11वें दिन हनुमान ने अशोक वाटिका उजाडऩे के बाद लंका को आग लगा दी। इस दृश्य को देखने के बाद रामलीला मैदान श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। मंचन में मुख्य रूप से हनुमान जी को वानर दल का  बल याद दिला कर लंका की ओर विदा करना, सागर  मार्ग में मैनाक पर्वत का उन्हें विश्राम की कहना, हनुमान का उन्हें स्पर्श कर आगे बढ़ जाना, नागों की माता सुरसा का हनुमान की बल बुद्धि की परीक्षा लेना, लंका के वैभव को हनुमान का देखना, लघु रूप बनाकर लंका में प्रवेश करते समय लंकानी से सामना होना, लंका में भ्रमण करते समय रावण के शयन कक्ष को देखना, विभीषण व हनुमान के मध्य वार्ता, अशोक वाटिका में रावण का सीता को त्रास देना,त्रिजटा का सीता को सांत्वना देना, हनुमान का मुद्रिका गिराना एवं राम गुणगान करना, अशोक वाटिका में सीता हनुमान संवाद, सीता से आज्ञा प्राप्त कर वाटिका उजाडऩा, अक्षय कुमार वध, मेघनाथ का ब्रह्म शक्ति का प्रयोग कर हनुमान को रावण के समक्ष ले जाना, रावण हनुमान संवाद, लंका दहन, सीता माता से विदाई लेकर सागर तट की ओर प्रस्थान, करना आदि दृश्यों का क्लाकारों ने बेहतरीन मंचन किया।
इनका अभिनय रहा उत्तम
रावण का अभिनय कमल कसारा, मेघनाथ का अशोक शर्मा, अक्षय कुमार का राघव सिंह, विभीषण का मोहन चौधरी, मंदोदरी का सुशील जोशी, हनुमान का घनश्याम छिपा, रावण का दरबारी के रूप में पार्थ सेन, दौलत सिंह, रमेश कसारा ने अभिनय किया।
अतिथियों ने की आरती, मंचन को सराहा
मंचन के प्रारंभ में  शांति प्रकाश मोहता, मुकेश वर्मा,  अनिता -अशोक सोडाणी,  सुमन-सुरेश सोनी, भागचन्द सोमानी, रामचन्द्र मून्दड़ा आदि ने हनुमान जी की आरती की। सुमन सोनी ने भजनों से दर्शकों को मंत्र मुग्ध किया। श्री रामलीला कमेटी के सचिव लादू लाल भांड ने  बताया कि अतिथियों का अध्यक्ष पंडित गोविंद व्यास, कार्यवाहक अध्यक्ष रामगोपाल सोनी, मुख्य निर्देशक नंदकिशोर जीनगर, अशोक पोखरना, वरिष्ठ निर्देशक भेरूलाल सेन, कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह, सह कोषाध्यक्ष मोहन चौधरी आदि ने दुपट्टा ओढ़ाकर  स्वागत एवं अभिनंदन किया।   आगामी मंचन में  बाली वध, रावण सीता संवाद, हनुमान रावण संवाद, रामेश्वरम स्थापना, अंगद-रावण संवाद, लक्ष्मण मूर्छा, कुंभकरण-मेघनाथ युद्ध व वध, अहिरावण वध, रावण वध, भगवान श्री राम का राज्याभिषेक आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। 

अन्य सम्बंधित खबरे